
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की
– फोटो : ANI
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अमेरिका में नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गनाइजेशन (नाटो) शिखर सम्मेलन के दौरान अमेरिका ने यूक्रेन के समर्थन पर जोर दिया। राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन की सहायता के लिए कई नई घोषणाएं भी की। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि अमेरिका, जर्मनी, नीदरलैंड, रोमानिया और इटली यूक्रेन को पांच अतिरिक्त रणनीतिक वायु-रक्षा प्रणालियों के लिए उपकरण प्रदान करेंगे। अमेरिका के इस समर्थन पर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने प्रतिक्रिया दी। गुरुवार को जेलेंस्की ने उन सहयोगियों के समर्थन को स्वीकार कर लिया, जिन्होंने यूक्रेन में तेजी से मदद पहुंचाने, रूस के सैन्य ठिकानों पर हमले करने के लिए हथियारों की आपूर्ति करने और अमेरिका के उपयोग पर प्रतिबंध हटाने पर जोर दिया।
रूस के साथ जारी युद्ध के बीच जेलेंस्की ने कहा, “अगर हम जीतना चाहते हैं और अपने देश को बचाना चाहते हैं तो हमें अपनी सारी सीमाएं तोड़नी होगी।” बता दें कि नाटो शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन को हवाई रक्षा उपकरण दान में देने की घोषणा की थी। उन्होंने यूक्रेन के समर्थन में कहा, “हम आपके साथ रहेंगे।” जेलेंस्की ने सहायता पैकेज और नाटो नेताओं के समर्थन के लिए सार्वजनिक तौर पर धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि जबतक अमेरिका रूस में सैन्य ठिकानों पर हमला करने के लिए अपने हथियारों के इस्तेमाल पर लगे प्रतिबंध को नहीं हटाता, तब तक यूक्रेन रूस से युद्ध में नहीं जीत सकता।
रूस को चीन और उत्तर कोरिया का समर्थन
बाइडन प्रशासन ने अब यूक्रेन को केवल रूस के उन क्षेत्रों में हथियार चलाने की अनुमति दिया जहां से यूक्रेनी सेना पर हमले किए जा रहे हैं। दरअसल, अमेरिका को डर है कि अमेरिकी हथियार रूस को इस युद्ध में उकसाने का काम कर सकता है। जेलेंस्की ने कहा, “रूस ने अब एक नया मोर्चा खोला है। वह यूक्रेन पर हमले के लिए सैन्य ठिकानों को निशाना बना रहा है। इससे बचने का एकमात्र तरीका रूस के सैन्य ठिकानों पर हमला करना है।” नाटो शिखर सम्मेलन में रूस के लिए चीन और उत्तर कोरिया के समर्थन को लेकर चिंता जताई गई।
गुरुवार को सभी की नजर राष्ट्रपति जो बाइडन की तरफ थी। उन्होंने एक नए कॉन्फ्रेंस के साथ नाटो शिखर सम्मेलन का समापन किया। इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि वह दूसरी बार भी अमेरिका के राष्ट्रपति के तौर पर पद संभालने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। बता दें कि अमेरिका में इस साल नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव होने वाला है। पदभार संभालने के बाद से राष्ट्रपति बाइडन ने यूक्रेन के लिए अबतक आठ सहायता पैकेज जारी कर चुके हैं।
नाटो शिखर सम्मेलन में यूरोपियन संघ (ईयू) के विदेश नीति के प्रमुख जोसेफ बोरेल भी मौजूद थे। उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध पर कहा, “चीन दोस्ती के नाम पर रूस का समर्थन कर रहा है। उत्तर कोरिया रूस के कच्चे माल के सबसे बड़े आपूर्तिकर्ताओं में से एक है।” उन्होंने आगे कहा कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सीमा तनाव पूरे क्षेत्र की स्थिरता के लिए खतरा है। इस शिखर सम्मेलन में ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, जापान और दक्षिण कोरिया ने भी हिस्सा लिया था। बाद में जेलेंस्की ने नाटो-यूक्रेन परिषद की बैठक के लिए अन्य देशों के साथ इस सम्मेलन में शामिल हुए। नाटो-यूक्रेन परिषद एक मंच है, जिसे एक साल पहले 32 सहयोगियो और कीव के लिए सूचनाओं को साझा करने के लिए स्थापित किया गया था।