नियो फरस्वाण और सौरव मैठाणी
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
विस्तार
सुरीला गीत’ के लिए नियो फरस्वाण को यंग उत्तराखंड सिने अवाॅर्ड 2024 के तहत सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के अवाॅर्ड से सम्मानित किया गया है। नियो फरस्वाण चमोली जिले के नारायणबगड़ के दूरस्थ गांव जुनेर के निवासी हैं और अभी परिवार के साथ देहरादून में रह रहे हैं।
बीते शनिवार को यंग उत्तराखंड सिने अवाॅर्ड के 12वें संस्करण का नेहरू ऑडिटोरियम दिल्ली में आयोजन किया गया। इस मौके पर वर्ष 2023 में उत्तराखंड क्षेत्रीय सिनेमा और संगीत में उत्कृष्ट योगदान देने वाले कलाकारों को विभिन्न श्रेणियों में सम्मानित किया गया। नियो को अवाॅर्ड मिलने पर पिंडर घाटी व उनके पैतृक गांव जुनेर में खुशी का माहौल है। उन्होंने सुरीला गीत के लिरिक्स कलाकार प्रदीप फरस्वाण व पूरी टीम का आभार जताया। नियो ने प्रारंभिक शिक्षा जुनेर गांव के स्कूल से प्राप्त की। इसके बाद देहरादून से आगे की पढ़ाई पूरी की। वह उत्तराखंड की लोक धुन, लोक गीतों और संस्कृति पर शोध कर रहे हैं।
ये भी पढ़ें…Uttarakhand: राज्य कर्मियों के लिए खुशखबरी…कारपोरेट सैलरी पैकेज की मिलेगी सुविधा, जानें क्या फायदे मिलेंगे
सर्वश्रेष्ठ गायक के खिताब से नवाजे गए सौरव मैठाणी
उत्तराखंड के गायक सौरव मैठाणी को सर्वेश्रेष्ठ गायक के खिताब से सम्मानित किया गया है। जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम नई दिल्ली में 31 अगस्त को यंग उत्तराखंड सिने अवार्ड के 12वें एडिशन का आयोजन किया गया। इसमें पांच हजार से अधिक दर्शकों ने प्रतिभाग किया। बता दें कि यंग उत्तराखंड सिने अवार्ड उत्तराखंड संगीत, फिल्म जगत में लोक कलाकारों के सम्मान के लिए भव्य आयोजन करता आ रहा है। इसी कड़ी में वर्ष 2024 में सर्वश्रेष्ठ गायक का अवार्ड लोकगायक सौरव मैठाणी के (पहाड़ों को रेबासी) गीत को प्रदान किया गया।