विश्व जनसंख्या दिवस
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उत्तराखंड राज्य बनने के बाद अब तक दो जनगणना हुई है। वर्तमान में राज्य की जनसंख्या कितनी है, इसकी किसी को भी सटीक जानकारी नहीं है। क्योंकि देश में 2011 के बाद जनगणना ही नहीं हुई। सरकार भी केवल अनुमानित आबादी के आधार पर ही अपना काम चला रही है।
दरअसल, देश में 2019 में जनगणना की अधिसचूना जारी हुई थी। 2020 में पहले चरण में मकानों के सर्वे का काम शुरू होने वाला था लेकिन उसी समय कोरोना महामारी फैल गई। जिस वजह से पहले चरण का काम भी नहीं हो पाया। 2021 में इस जनगणना के आंकड़े जारी होने थे। तैयारियां पूरी होने के बाद भी जनगणना नहीं हुई और अब उत्तराखंड की कुल जनसंख्या कितनी है, किसी को खबर नहीं।
सरकार के लिए योजनाएं बनाने, उनका लाभ जनता तक पहुंचाने के लिए जनसंख्या के आंकड़े बहुत अहम होते हैं। जनसंख्या के आंकड़ों के आधार पर ही राज्य के विकास का सही रोडमैप तैयार होता है। लेकिन जनगणना न हो पाने की वजह से सरकार केवल अनुमानित यानी प्रोजेक्टेड जनसंख्या के आधार पर ही अपना काम चला रही है।
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यहां भी नुकसान
जनसंख्या के अलावा जनगणना के आंकड़ों के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य, लिंगानुपात जैसे तमाम आंकड़ें भी जारी होते हैं। लंबे समय से जनगणना न होने की वजह से इसकी भी सही जानकारी नहीं मिल पा रही है।
उत्तराखंड की दो जनगणना के ये आंकड़े
जनगणना कुल | कुल | जनसंख्या पुरुष | महिला |
2001 | 8489349 | 4325924 | 4163425 |
2011 | 10086292 | 5137773 | 4948519 |