Why Mahtab Chosen Ls Pro-tem Speaker Over Bjp’s Jigajinagi Also In His 7th Term Says Jairam Ramesh – Amar Ujala Hindi News Live

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Why Mahtab chosen LS pro-tem speaker over BJP's Jigajinagi also in his 7th term says Jairam Ramesh

जयराम रमेश
– फोटो : ANI

विस्तार


लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति को लेकर उठे विवाद के बीच कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है। उन्होंने सवाल किया कि भाजपा सांसद रमेश चंदप्पा जिगाजिनागी को दरकिनार कर भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर पद के लिए क्यों चुना गया। उन्होंने कहा कि जिगाजिनागी भी लगातार सातवीं बार सांसद बने हैं। बता दें कि कांग्रेस ने सरकार पर आठ बार लोकसभा सदस्य रहे कोडिकुन्निल सुरेश की जगह सात बार सांसद रहे भाजपा के भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर चुनकर संसदीय मानदंडों के उल्लंघन का आरोप लगाया है। कांग्रेस का कहना है कि नियमों के अनुसार सबसे वरिष्ठ सांसद सुरेश को इस पद पर नियुक्त किया जाना चाहिए था।

जयराम रमेश ने एक्स पर साझा की पोस्ट

जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट की। उन्होंने लिखा ‘कांग्रेस के कोडिकुन्निल सुरेश अपने आठवें कार्यकाल में हैं और उन्हें प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया जाना चाहिए था। लेकिन सुरेश की जगह  भाजपा के भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया।’ कांग्रेस नेता ने सवाल पूछा कि भाजपा सांसद रमेश चंदप्पा जिगाजिनागी के नाम पर विचार क्यों नहीं किया गया? जो लगातार सातवीं बार सांसद हैं, क्या इसलिए कि जिगाजिनागी भी सुरेश की तरह दलित हैं?

जयराम रमेश को भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला का जवाब

जयराम रमेश के सवाल पर भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को सुरेश को नेता प्रतिपक्ष बनाना चाहिए। शहजाद पूनावाला ने एक्स पर लिखा ‘अगर आप कोडिकुन्निल सुरेश के राजनीतिक करियर को लेकर इतने चिंतित हैं, तो मैं आपसे आग्रह करूंगा कि उन्हें विपक्ष का नेता बनाया जाए। इसके साथ ही 2026 में केरल चुनाव के लिए सुरेश को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाया जाए।’ पूनावाला ने सवाल कि एक अस्थायी पद के लिए इतना तनाव क्यों फैलाया जा रहा है?

संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने क्या कहा?

उधर, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि महताब को इस पद के लिए इसलिए चुना गया है क्योंकि संसद के निचले सदन के सदस्य के तौर पर उनका कार्यकाल लगातार सबसे लंबा है। उन्होंने आगे कहा कि हालांकि सुरेश ने आठ बार के लोकसभा चुनाव जीता लेकिन 1998 और 2004 में वे चुनाव हार गए थे। रिजिजू ने आगे कहा कि दो बार हारने के कारण कोडिकुन्निल सुरेश, संसद के लगातार सदस्य नहीं रहे हैं।







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