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पश्चिम बंगाल विधानसभा में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी। – फोटो : एएनआई
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पश्चिम बंगाल की विधानसभा में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को विवादित बयान दिया। उन्होंने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में व्यवस्थाओं पर सवाल उठाते हुए महाकुंभ 2025 को ‘मृत्यु कुंभ’ बता दिया। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वह महाकुंभ सम्मान करती हैं।
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मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बयान में क्या कहा
बनर्जी ने कहा, ‘यह मृत्यु कुंभ है..मैं महाकुंभ का सम्मान करती हूं, मैं पवित्र गंगा मां का सम्मान करती हूं। लेकिन इसके लिए कोई योजना नहीं है, कितने शव बरामद हुए हैं? अमीरों, वीआईपी लोगों के लिए एक लाख रुपये तक के शिविर पाने की व्यवस्था है। गरीबों के लिए कुंभ में कोई व्यवस्था नहीं है। मेले में भगदड़ की स्थिति आम है, व्यवस्था करना जरूरी है। आपने क्या योजना बनाई है?’
Kolkata: On #MahaKumbh2025, West Bengal CM Mamata Banerjee says, “This is ‘Mrityu Kumbh’…I respect Maha Kumbh, I respect the holy Ganga Maa. But there is no planning…How many people have been recovered?…For the rich, the VIP, there are systems available to get camps (tents)… pic.twitter.com/6T0SyHAh0e
राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस के भाषण पर मुख्यमंत्री बनर्जी ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, कई राज्यों में डबल-इंजन सरकार है, जहां डबल-इंजन सरकार है। लेकिन पश्चिम बंगाल में हमने विपक्ष को (बोलने के लिए) 50 फीसदी समय दिया। उन्होंने सदन के पटल पर कागज फेंके। भाजपा, कांग्रेस और माकपा एक साथ मेरे खिलाफ हैं। उन्होंने मुझे अपना भाषण नहीं देने दिया।
‘धर्म के खिलाफ भड़काना अभिव्यक्ति की आजादी नहीं’
मुख्यमंत्री बनर्जी ने विधानसभा में कहा, अभिव्यक्ति की आजादी का मतलब सांप्रदायिकता के बारे में बोलना या किसी धर्म के खिलाफ भड़काना नहीं है। आप एक धर्म विशेष को बेच रहे हैं। मैंने कुछ वीडियो देखे हैं, जहां वह (विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी) हिंदू धर्म के बारे में बोल रहे हैं। इसीलिए उन्हें सदन से निलंबित किया गया है। मैं कभी धार्मिक मामले को भड़काने की बात नहीं करती है।