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रणधीर जायसवाल, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता
– फोटो : ANI
विस्तार
बांग्लादेशी नेता महफूज आलम के पोस्ट पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “हमने इस मुद्दे पर बांग्लादेश पक्ष के समक्ष अपना कड़ा विरोध दर्ज कराया है। हम समझते हैं कि जिस पोस्ट का उल्लेख किया जा रहा है, उसे कथित तौर पर हटा दिया गया है।
सार्वजनिक टिप्पणियों के प्रति रहें सचेत- विदेश मंत्रालय
उन्होंने आगे कहा कि, हम सभी संबंधित पक्षों को याद दिलाना चाहेंगे कि वे अपनी सार्वजनिक टिप्पणियों के प्रति सचेत रहें। जबकि भारत ने बार-बार बांग्लादेश के लोगों और अंतरिम सरकार के साथ संबंधों को बढ़ावा देने में रुचि दिखाई है, ऐसी टिप्पणियां सार्वजनिक अभिव्यक्ति में जिम्मेदारी की आवश्यकता को रेखांकित करती हैं।
#WATCH | Delhi: On the (now deleted) post of Bangladeshi leader Mahfuz Alam, MEA Spokesperson Randhir Jaiswal says, “We have registered our strong protest on this issue with the Bangladesh side. We understand that the post being referred to has reportedly been taken down. We… pic.twitter.com/o5w2QprZq4
— ANI (@ANI) December 20, 2024
गुरपतवंत सिंह की धमकी पर विदेश मंत्रालय गंभीर
वहीं अमेरिका में भारतीय राजदूत विनय मोहन क्वात्रा के खिलाफ सिख अलगाववादी गुरपतवंत सिंह की तरफ से दी गई धमकियों पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, हम इन धमकियों को बहुत गंभीरता से लेते हैं और हम इसे अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाते हैं। इस मामले में भी हमने इसे अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाया है और हमें उम्मीद है कि अमेरिकी सरकार हमारी सुरक्षा चिंताओं को गंभीरता से लेगी।
#WATCH | Delhi: On threats issued by Sikh separatist Gurpatwant Singh against Indian Ambassador to the U.S, Vinay Mohan Kwatra, MEA Spokesperson Randhir Jaiswal says, “…We take the threats very seriously and we raise it with the US government. In this case, also, we have raised… pic.twitter.com/4LR4dHgN8m
— ANI (@ANI) December 20, 2024
लीबिया में फंसे भारतीय कामगारों को निकालने के प्रयास जारी
उधर लीबिया में सीमेंट फैक्ट्री में फंसे भारतीय कामगारों के बारे में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, ‘ये भारतीय कामगार दुबई के रास्ते बेनगाजी पहुंचे थे। वे बिना उचित दस्तावेजों के वहां गए थे और जब वे वहां पहुंचे तो उनके काम को लेकर कुछ समस्याएं थीं। हमारा दूतावास सक्रिय है और हमने अपने समुदाय के सदस्यों के माध्यम से कामगारों तक पहुंचकर उनकी मदद की है। हमने उनके भोजन, दैनिक जीवन की वस्तुओं की व्यवस्था की है…चूंकि वे बिना उचित दस्तावेजों के लीबिया गए थे, इसलिए देश से बाहर निकलने के लिए अब उन्हें एक्जिट परमिट की आवश्यकता है…दूतावास उनके एक्जिट परमिट की व्यवस्था करने के लिए लीबियाई अधिकारियों के संपर्क में है।
#WATCH | Delhi: On Indian workers trapped in a cement factory in Libya, MEA Spokesperson Randhir Jaiswal says, “These Indian workers had reached Benghazi via Dubai. They had gone there without proper documents and when they landed there, there were some issues regarding their… pic.twitter.com/3hbhnKOy1A
— ANI (@ANI) December 20, 2024
म्यांमार पर हमारा रुख एक जैसा ही है- विदेश मंत्रालय
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक सवाल के जवाब में कहा, म्यांमार पर हमारा रुख एक जैसा ही रहा है। हम हिंसा की समाप्ति और वास्तविक संघीय लोकतंत्र की स्थापना के माध्यम से जातीय मुद्दे के शांतिपूर्ण समाधान का आह्वान करते हैं। स्थिरता की वापसी की यह प्रक्रिया म्यांमार के नेतृत्व में और म्यांमार के स्वामित्व में होनी चाहिए और म्यांमार में समावेशी शांति और स्थिरता की वापसी सुनिश्चित करने के लिए सभी हितधारकों के विचारों को ध्यान में रखना चाहिए। म्यांमार के भूमि सीमावर्ती पड़ोसियों की भी कुछ विशेष चिंताएं हैं।’
#WATCH | Delhi: MEA Spokesperson Randhir Jaiswal says, “…Our position on Myanmar has been consistent. We call for the cessation of violence and a peaceful resolution of the ethnic issue through the establishment of a genuine federal democracy. This process of return of… pic.twitter.com/XhF5AknjPZ
— ANI (@ANI) December 20, 2024