पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस
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पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस और नवनिर्वाचित दो टीएमसी विधायकों के बीच शपथ ग्रहण समारोह की खींचतान का मामला लगभग सुलझ चुका है। नवनिर्वाचित टीएमसी विधायक शुक्रवार को शपथ ग्रहण करेंगे। राज्यपाल बोस ने दोनों विधायकों के शपथ ग्रहण की निगरानी के लिए विधानसभा उपाध्यक्ष को अधिकृत किया है। इससे पहले दिन में, स्पीकर बिमान बनर्जी ने शुक्रवार को दोपहर दो बजे से शुरू होने वाले विधानसभा का एक विशेष सत्र बुलाया, जिसमें इस बात पर जोर दिया गया कि सदन का कामकाज पूरी तरह से राज्यपाल पर निर्भर नहीं है।
राजभवन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि शुक्रवार को विधानसभा में दो टीएमसी विधायकों का शपथ ग्रहण समारोह होने वाला है, जिसके आयोजन के लिए राज्यपाल ने विधानसभा उपाध्यक्ष आशीष बनर्जी को अधिकृत किया है। इससे पहले, स्पीकर बिमान बनर्जी ने शपथ ग्रहण मुद्दे को सुलझाने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हस्तक्षेप की मांग की थी। बनर्जी ने राज्यपाल बोस पर शपथ ग्रहण समारोह को अहंकार की लड़ाई में बदलने का आरोप लगाया था।
विधायकों ने राजभवन में शपथ लेने से किया था इनकार
बारानगर सीट और भांगबंगोला सीट पर हुए उपचुनाव में क्रमशः सायंतिका बंदोपाध्याय और रयात हुसैन ने जीत दर्ज की थी। जीत के बाद राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने दोनों विधायकों को शपथ ग्रहण के लिए राजभवन आमंत्रित किया था, लेकिन विधायकों ने राजभवन में शपथ ग्रहण करने से इनकार कर दिया। विधायकों की मांग है कि उन्हें विधानसभा में शपथ दिलाई जाए। इसके लिए राज्यपाल को स्पीकर या सदन के उपाध्यक्ष को जिम्मेदारी देनी चाहिए। शपथ न लेने की वजह से नवनिर्वाचित विधायक जनप्रतिनिधि के रूप में अपनी भूमिका शुरू नहीं कर सके हैं।