उत्तराखंड में छठ महापर्व के दूसरे दिन शाम को रसियाव-रोटी का भोग लगाकर व्रतियों ने प्रसाद ग्रहण कर खरना किया। इसी के साथ 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू हो गया। महापर्व में तीसरे दिन संध्या अर्घ्य होगा। इसमें व्रती महिलाएं अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य देंगी।
उत्तराखंड में छठ महापर्व के दूसरे दिन शाम को रसियाव-रोटी का भोग लगाकर व्रतियों ने प्रसाद ग्रहण कर खरना किया। इसी के साथ 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू हो गया। महापर्व में तीसरे दिन संध्या अर्घ्य होगा। इसमें व्रती महिलाएं अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य देंगी।