कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा
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बदरीनाथ और मंगलौर विधानसभा उपचुनाव में मिली जीत से कांग्रेस को आगामी निकाय चुनाव के लिए संजीवनी मिली है। इस जीत से पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ा है। 2017 से 2022 तक प्रदेश में हुए उपचुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था।
प्रदेश की बदरीनाथ व मंगलौर सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस की जीत से कार्यकर्ताओं को नई ऊर्जा मिली है। प्रदेश में आने वाले समय में शहरी निकायों के चुनाव होने हैं। वर्ष 2017 से 2022 तक प्रदेश में पिथौरागढ़, थराली, सल्ट, बागेश्वर व चंपावत में विधानसभा उपचुनाव हुए। जिसमें सत्ताधारी भाजपा ने जीत हासिल की, लेकिन मंगलौर व बदरीनाथ विस उपचुनाव की जीत से कांग्रेस को संजीवनी मिली है।
पार्टी नेताओं ने एकजुटता से उपचुनाव को लड़ा
प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष मथुरा दत्त जोशी का कहना है कि उपचुनाव की जीत से कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह है। आगामी निकाय चुनाव को भी कार्यकर्ता पूरी मेहनत से लड़ेंगे। प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के दिशानिर्देश पर संगठन को बूथ स्तर पर मजबूत किया गया। साथ ही कार्यकर्ताओं के साथ लगातार संवाद किए गए। पार्टी नेताओं ने एकजुटता के उपचुनाव को लड़ा। जिससे दोनों सीटों पर पार्टी प्रत्याशियों की जीत हुई है।
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कांग्रेस आने वाली चुनौतियों को सामूहिक रूप से मुकाबला करेगी। उपचुनाव की जीत संविधान और लोकतंत्र को जिन्दा रखने की जीत है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ ही इंडिया गठबंधन के सभी सहयोगी संगठनों ने मेहनत कर कांग्रेस प्रत्याशियों को जीत दिलाने का काम किया। -करन माहरा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष