यूपी के वाराणसी में बीते मंगलवार पांच नवंबर को एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या के मामले में पुलिस के हाथ अब भी खाली हैं। परिवार के पांच सदस्यों की हत्या के मामले में शक के घेरे में आए बड़े भतीजे विशाल गुप्ता उर्फ विक्की की तलाश में पुलिस की एक टीम 1370 किलोमीटर से भी अधिक दूर अहमदाबाद जाकर डेरा डाले हुए है। आरोपी विक्की के किराये के कमरे और ऑफिस के अलावा पुलिस की टीम ने उसके दोस्तों के ठिकानों पर दबिश दी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस के हाथ कई अहम सबूत लगे हैं लेकिन फिलहाल इस बारे में आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है।
जांच में यह बात सामने आई है कि विक्की 23-24 अक्तूबर से ही अपने मोबाइल नंबर स्विच्ड ऑफ कर दिया था। वह वारदात के एक दिन पहले यानि चार नवंबर तक बनारस में ही था। तीन नवंबर को वह बनारस से नहीं गया था। माना जा रहा है कि जल्द ही विक्की पुलिस की गिरफ्त में होगा। डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल ने बताया कि पुलिस टीमें विक्की की तलाश में प्रयासरत हैं। उसके दोस्तों से संपर्क किया जा रहा है।
‘बड़ा भाई अंतर्मुखी किस्म का है’
उधर, विक्की के छोटे भाई जुगनू ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि उसका बड़ा भाई अंतर्मुखी किस्म का है। विक्की उससे और बहन डॉली से भी खास बातचीत नहीं करता है। वह अपने आप से मतलब रखता है और ज्यादातर चुप ही रहता है। जुगनू ने बड़े पापा और उसके परिवार के सदस्यों की हत्या की घटना से अनभिज्ञता जताई।
महाराष्ट्र में रहती है विक्की गर्लफ्रेंड
पुलिस की पड़ताल में सामने आया कि विक्की की एक गर्लफ्रेंड है और वह महाराष्ट्र में रहती है। पुलिस विक्की की गर्लफ्रेंड तक भी पहुंचने के प्रयास में लगी हुई है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या इस हत्याकांड में गर्लफ्रेंड की भी कोई भूमिका है। इन सभी सवालों के जवाब तभी मिल सकेंगे जब वो हाथ लग सकेगी। ढाई दशक से राजेंद्र के घर में काम करने वाला नारायण भी पुलिस को ऐसी कोई जानकारी नहीं दे सका, जिससे विक्की तक पहुंचा जा सके।
पांच लोगों को मारी गई थी 15 गोलियां
भदैनी निवासी राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, उसकी पत्नी नीतू, बेटों नमनेंद्र व सुबेंद्र और बेटी गौरांगी की हत्या 15 गोली मार की गई थी। घटना का अहम पहलू यह रहा कि सभी के शव मिलने के लगभग 11 घंटे बाद एक परिचित की तहरीर पर मंगलवार की रात सिर्फ चार लोगों की हत्या का मुकदमा भेलूपुर थाने में दर्ज किया गया। वहीं, पोस्टमार्टम लगभग 32 घंटे बाद बुधवार की रात 8:15 बजे शुरू हुआ, जो भोर तक चलता रहा। सबसे ज्यादा चार-चार गोली नीतू और उसके बड़े बेटे नमनेंद्र को मारी गई थी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, अर्धनग्न मिले राजेंद्र प्रसाद गुप्ता को 3 गोली मारी गई थी। दो गोली उनकी दाईं कनपटी पर मारी गई थी। जबकि, एक गोली सीने पर मारी गई थी। उनके बड़े बेटे नमनेंद्र को चार गोली मारी गई थी। दो गोली सिर पर और दो गोली सीने पर मारी गई थी। राजेंद्र की पत्नी नीतू को चार, उनकी बेटी गौरांगी को दो और छोटे बेटे सुबेंद्र को दो गोली मारी गई थी।