उत्तराखंड में जंगल की आग
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जंगल की आग से हर दिन वन संपदा को नुकसान पहुंच रहा है वनों की आग से सबसे अधिक कुमाऊं मंडल प्रभावित हुआ है। राज्य में पिथौरागढ़ वन प्रभाग में सर्वाधिक जंगल की आग की घटनाएं हुईं हैं। तराई पूर्वी, अल्मोड़ा और चंपावत वन प्रभाग में भी पचास से अधिक जंगल की आग की घटना हो चुकी है। केवल नैनीताल सोइल कंजरवेशन वन प्रभाग में कोई भी घटना रिपोर्ट नहीं हुई है। गढ़वाल मंडल की बात करें तो सर्वाधिक जंगल की आग लगने की घटना सिविल सोयम पौड़ी वन प्रभाग में हुई है। यहां 65 आग लगने की घटनाएं हुई हैं। मसूरी में भी 42 घटनाएं हुई हैं।
वन प्रभाग वनाग्नि की घटनाएं नुकसान
पिथौरागढ़ 106 159
तराई पूर्वी 90 104.94
चंपावत 55 54.99
अल्मोड़ा 56 85.5
रामनगर 31 45.37
नैनीताल 29 34.65
हल्द्वानी 27 28.03
सिविल सोयम अल्मोड़ा 26 41.5
बागेश्वर 28 34.47
तराई केंद्रीय 12 11.96
सोइल कंजरवेशन, रानीखेत 12 24.25
तराई पश्चिम 03 2.5
सोइल कंजरवेशन, रामनगर 12 24.25