Akash Anand
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बहुजन समाज पार्टी विधानसभा की रिक्त हुई 10 सीटों पर मजबूत प्रत्याशियों को उतारने की कवायद में जुटी है। पार्टी उपचुनाव के जरिए विधानसभा में अपनी उपस्थिति को बढ़ाने की तैयारी कर रही है। बता दें कि विधानसभा में बसपा के उमाशंकर सिंह अकेले विधायक हैं।
लोकसभा, राज्यसभा और विधान परिषद में पार्टी का कोई भी सदस्य नहीं है। पार्टी सूत्रों की मानें तो उपचुनाव के लिए मजबूत उम्मीदवारों के नामों की फेहरिस्त तैयार करने का जिम्मा इस बार जिलाध्यक्षों को सौंपा गया है।
वह उम्मीदवारों के बारे में सीधे बसपा सुप्रीमो मायावती को अपनी रिपोर्ट देंगे, जिसके बाद हाईकमान अंतिम निर्णय लेगा। लोकसभा चुनाव में हुई करारी शिकस्त के बाद उपचुनाव से पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों को दूर रखा जा रहा है।
जानकारों के मुताबिक बसपा के लिए उपचुनाव में अपने प्रत्याशी उतारना मजबूरी बन चुका है क्योंकि आजाद समाज पार्टी भी उपचुनाव लड़ने की तैयारी में जुटी है। यदि बसपा उपचुनाव में हिस्सा नहीं लेती है तो दलित वोट बैंक आजाद समाज पार्टी की ओर रुख कर सकता है।