Relationship Breakdowns
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जोड़ी आसमान बनती है इसीलिए पति-पत्नी का रिश्ता सात जन्मों का माना जाता है, लेकिन इस भौतिकवादी युग में रिश्तों के मायने बदलने लगे हैं। मसलन, छोटी सी बातें वैवाहिक रिश्तों की मिठास में खटास घोल रही हैं।
मोबाइल पर बातचीत, बहू को रील बनाने से टोकने, सब्जी में नमक ज्यादा होने जैसी तमाम वजह कलह का सबब बन रही हैं। नौबत तलाक तक पहुंच जाती है। नतीजतन, जन्म-जन्मातंर का यह बंधन शादी के चंद दिन बाद ही टूट जाता है। परिवार परामर्श केंद्रों में दर्ज लगातार ऐसे मामले बढ़े हैं।
माता-पिता के दखल से बिगड़ रही बात
बच्चों की शादी से पहले हर माता-पिता ढेरों सपने देखते हैं। बेटी कई सपने संजोकर ससुराल जाती है, लेकिन कई बार जैसे सपने माता-पिता और बेटी देखते हैं, ससुराल में माहौल इसके विपरीत मिलता है।
इसका मतलब यह नहीं कि उनकी बेटी को अच्छी ससुराल या अच्छा पति नहीं मिला। लेकिन समझदार माता-पिता और बेटियां नए माहौल में खुद को ढाल लेते हैं। कई बार बेटी के मोह में मामूली बातों पर भी माता-पिता ससुराल की छोटी-छोटी बातों में दखल देने लगते हैं। इससे बेटी का रिश्ता ज्यादा दिन नहीं चल पाता है।