
पिनरई विजयन
– फोटो : एएनआई (फाइल)
विस्तार
केरल सरकार ने रविवार को केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में त्रिशूर पूरम उत्सव में आतिशबाजी को लेकर शर्तें निर्धारित करने के लिए जारी अधिसूचना का विरोध किया है। विजयन सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर तर्क दिया है कि इससे प्रतिष्ठित त्रिशूर पूरम उत्सव के सुचारू संचालन में बाधा उत्पन्न होगी। इसके साथ ही राज्य सरकार ने मोदी सरकार से इस अधिसूचना में संशोधन करने का आग्रह किया है।
पीएम मोदी को लिखा पत्र
केरल सरकार ने त्रिशूर पूरम उत्सव में आतिशबाजी को लेकर जारी अधिसूचना में संशोधन को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखे पत्र में केरल के राजस्व मंत्री के राजन ने कहा कि केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा 11 अक्टूबर को जारी अधिसूचना से पूरम प्रेमियों को बेहद निराशा हुई है। जिनके लिए आतिशबाजी इस त्योहार का अभिन्न अंग है। इसके साथ ही उन्होंने त्रिशूर पूरम के सभी उत्सवों और अनुष्ठानों को जारी रखने की अनुमति देने के लिए नियमों में संशोधन करने के लिए प्रधानमंत्री से व्यक्तिगत हस्तक्षेप की मांग की है।
केंद्र सरकार के फैसले का जताया विरोध
केरल की विजयन सरकार ने रविवार को केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में त्रिशूर पूरम उत्सव में आतिशबाजी के लिए जारी किए गए अधिसूचना का कड़ा विरोध किया। जिसमें आतिशबाजी के आयोजन के लिए कुछ शर्तें निर्धारित की गई हैं। केरल सरकार ने तर्क दिया है कि ये शर्तें प्रतिष्ठित त्रिशूर पूरम उत्सव के सुचारू संचालन के लिए हानिकारक होंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में राज्य के राजस्व मंत्री के राजन ने कहा कि 11 अक्टूबर को केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी की गई अधिसूचना से पूरम के शौकीनों को बेहद निराशा हुई है, जिनके लिए आतिशबाजी इस उत्सव का अभिन्न अंग है।
राजस्व मंत्री राजन का तर्क
राजस्व मंत्री राजन ने कहा कि इस शर्त के कारण आतिशबाजी का प्रदर्शन करना असंभव हो जाएगा। अधिसूचना की शर्त संख्या 6 के अनुसार प्रदर्शन स्थल से सभा शेड कम से कम 100 मीटर की दूरी पर होना चाहिए। चूंकि प्रदर्शन के दौरान सभा शेड खाली रहेगा। उन्होंने तर्क दिया कि इस दूरी की सीमा को लागू करने का कोई तर्क नहीं है। इसके साथ ही पीएम मोदी को लिखे पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि शर्त संख्या 4 के अनुसार दर्शकों और प्रदर्शन क्षेत्र के बीच 100 मीटर की दूरी होनी चाहिए।