
दक्षिण कोरिया में वोटों की गिनती जारी
– फोटो : एएनआई
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दक्षिण कोरिया के संसदीय चुनाव के लिए बुधवार को मतदान हुआ। अब नतीजों के शुरुआती रुझानों में राष्ट्रपति यून सुक की पार्टी पिछड़ती नजर आ रही है, वहीं विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिल सकता है। दक्षिण कोरियाई मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, शुरुआती रुझानों में विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी 161 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं सत्ताधारी पार्टी पीपल्स पावर पार्टी 90 सीटों पर आगे है।
विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी को बहुमत के संकेत
दक्षिण कोरिया के नेशनल इलेक्शन कमीशन एंड नेटवर्क ब्रॉडकास्टर्स के आंकड़ों के अनुसार, गुरुवार सुबह करीब छह बजे तक 99 फीसदी वोटों की गिनती हो चुकी है, जिनके अनुसार डेमोक्रेटिक पार्टी को 300 में से 170 सीटों पर जीत सकती है। वहीं डेमोक्रेटिक पार्टी की सहयोगी पार्टी लिबरल पार्टी को कम से कम 10 सीटों पर जीत मिल सकती है। इस पर डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता ली जी म्युंग ने कहा कि ‘जब मतदाता मुझे चुनते हैं तो उनका यह फैसला यून सुन योल सरकार के खिलाफ है और वे डेमोक्रेटिक पार्टी को यह जिम्मेदारी दे रहे हैं कि हम लोगों की आजीविका और समाज को बेहतर बनाने के लिए काम करें।’
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, विभिन्न सर्वे में भी डेमोक्रेटिक पार्टी की 196 सीटों पर जीत दर्ज करने का दावा किया गया था। वहीं पीपल्स पावर पार्टी को 105 सीटें मिलने की बात कही गई थी। दक्षिण कोरिया की संसद में विपक्षी पार्टी का बहुमत है। राष्ट्रपति यून ने करीब दो साल पहले राष्ट्रपति पद संभाला था और अभी उनका तीन और वर्षों का कार्यकाल बचा है। ऐसे में संसदीय चुनाव के नतीजों से स्पष्ट है कि राष्ट्रपति यून सुक योल को अपना पूरा कार्यकाल संसद में विपक्ष के दबदबे के बीच गुजरना पड़ेगा। राष्ट्रपति यून ने राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के ली जी म्युंग को करीबी मुकाबले में हराया था।
दक्षिण कोरिया में 254 सीटों के लिए हुआ था मतदान
दक्षिण कोरिया में संसद की 300 सीटें हैं, जिनमें से 254 सीटों पर सीधे चुनाव होता है, वहीं 46 अन्य सीटें पार्टी समर्थन के अनुसार आवंटित की जाती हैं। संसदीय चुनाव में 31 फीसदी से ज्यादा मतदान हुआ और साल 2014 में इस प्रणाली की शुरुआत के बाद से यह पहली बार है कि जब आम चुनाव में 30 फीसदी से ज्यादा मतदान हुआ है।