
सड़क पर प्रदर्शन करते आक्रोशित व्यवसायी
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
सीवान में घायल स्वर्ण व्यवसायी चंदन कुशवाहा की इलाज के दौरान मौत हो गई। बताया जा रहा है कि अपराधियों ने 72 घंटे पहले स्वर्ण व्यवसायी पर गोलीबारी की थी। उसके बाद से चंदन कुशवाहा का इलाज गोरखपुर के BRD अस्पताल में चल रहा था, जहां उनकी मौत हो गई। मौत की खबर जैसे ही व्यसायियों को लगी तो वे आक्रोशित हो गए। उसके बाद जैसे ही शव सीवान पहुंचा तो सभी व्यवसायी मांझी-बरौली मुख्य सड़क पर मृतक चंदन कुशवाहा के शव को रखकर जमकर विरोध प्रदर्शन करने लगे।
इस दौरान व्यवसायियों ने मांग की कि जल्द से जल्द अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाए। फिर स्पीड ट्रायल चला कर उन्हें सजा दी जाए। यही नहीं व्यवसायियों द्वारा एक मांग पत्र भी पुलिस को सौंपा गया है। उसमें लिखा गया है कि घटना जिस थाना क्षेत्र में घटी है उस थाना के थाना प्रभारी की अपराधियों और शराब तस्करों से साठ-गांठ होने की वजह से इस इलाके में आए दिन गोलीबारी और हत्या जैसी घटनाएं हो रही हैं। उन लोगों ने इस पर अविलंब रोक लगाने की मांग की है।
दरअसल, सीवान जिले के गोरिया कोठी थाना क्षेत्र के सानी बसंतपुर के निवासी चंदन कुशवाहा की दुकान तरवारा थानाक्षेत्र के बाजार में है। चंदन अपनी दुकान से रात करीब 10:00 बजे के आसपास घर लौट रहे थे। तभी घर से 100 मीटर दूर पीछा कर रहे अपाचे बाइक सवार अपराधियों ने उनपर ताबड़तोड़ गोलीबारी कर दी। उसके बाद से उनके पास से ज्वेलरी भरा बैग लेकर फरार हो गए। जानकारी के अनुसार, उसमें पांच लाख के गहने और तीन लाख रुपये नकदी थी। साथ ही अपराधी उनके गले की चैन और उनके हाथ की अंगूठी निकालकर फरार हो गए। घटना के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली थी। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
72 घंटे पहले हुई गोलीबारी में घायल चंदन कुशवाहा की इलाज के दौरान मौत के बाद भड़के व्यवसायियों ने जब सड़क जाम कर दिया तो मौके पर पहुंची पुलिस उन लोगों को समझाने का प्रयास कर रही है। वहीं, थाना प्रभारी ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है। अपराधियों की पहचान भी हो चुकी है। गिरफ्तारी के लिए छापामारी चल रही है।