राजकुमार रोत
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विधानसभा उपचुनाव में चौरासी सीट दिन प्रतिदिन विवादित बयानों के घेरे में आती जा रही है। गुरुवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ चौरासी आए थे। युवा मोर्चा के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मदन राठौड़ ने राजकुमार रोत को चूहा बताते हुए एक कहानी सुनाई थी।
मदन राठौड़ ने कहा था कि एक चूहा था, जो संत की कृपा से शेर बन गया और शेर बनते ही उसने संत को खाने का प्रयास किया तो संत ने उसे पुनः चूहा बना दिया। इसलिए की जनता ने जिस चूहे को लोकसभा सांसद बनकर देश की सबसे बड़ी पंचायत में भेजा है। अब वक्त आ गया है कि यही जनता मंत्र पढ़कर शेर बन गए राजकुमार रात को दोबारा चूहा बना दे।
मदन राठौड़ के इस बयान पर सांसद राजकुमार रोत ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जो खुद प्रधानमंत्री मोदी की कृपा पर चल रहे हैं, वह मुझे बताएंगे कि मैं कौन हूं मुझे डूंगरपुर बांसवाड़ा की जनता ने आशीर्वाद दिया है और यह जनता 13 तारीख को तय करेगी की कौन चूहे से शेर बनता है और कौन शेर से चूहा।
कैबिनेट मंत्री बाबूलाल खराड़ी में राजकुमार रोत पर 5 साल में मोटरसाइकिल से गाड़ी पर आने का कच्चे मकान से पक्का मकान बनाने का आरोप लगाया था, जिसका जवाब देते हुए राजकुमार रोत ने कहा कि चार बार का विधायक बाबूलाल खराड़ी अपने घर में नहाने के लिए बाथरुम नहीं बन सके।
वह क्षेत्र के विकास की बात करते हैं, जो अपना घर नहीं बना पाए। वह क्षेत्र का विकास क्या करेंगे और अगर कैबिनेट मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने कोई विकास किया है तो हमें बताएं। राजकुमार ने कहा कि मैं और मेरी पत्नी दोनों के पगार आते हैं और उसी पगार से अगर मैं गाड़ी चला रहा हूं तो भाजपा नेताओं को क्या तकलीफ है? उसी पगार से अगर मैंने पक्का घर बना लिया तो इनको क्यों तकलीफ हो रही है। भारतीय आदिवासी पार्टी में फूट की खबरों पर उन्होंने कहा कि भाजपा को हमारी इतनी चिंता क्यों है? वह क्यों खुद की चिंता नहीं कर लेते, क्यों पूरा दलबल लगाकर चौरासी में लगे हुए हैं। राजकुमार रोत ने कहा कि इस बार हमारी जनता ने ठान लिया है कि भारतीय जनता पार्टी को सबक सिखाएंगे।