
श्री गुरु रामदास जी के प्रकाश पर्व पर लाखों श्रद्धालु श्री हरिमंदिर साहिब में हुए नतमस्तक
– फोटो : संवाद
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अमृतसर में गुरु नगरी के संस्थापक चौथे पातशाह श्री गुरु रामदास जी के प्रकाश पर्व के मौके पर श्री हरिमंदिर साहिब में लाखों की संख्या में श्रद्धालु नतमस्तक हुए। बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने हरिमंदिर साहिब के पवित्र सरोवर में स्नान कर इलाही गुरबाणी को श्रवण किया।
बड़ी संख्या में संगत ने सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेककर गुरु साहिब के प्रति श्रद्धा प्रकट की। प्रकाश पर्व के अवसर पर सुबह से ही माथा टेकने के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं की लंबी लाइनें लगनी शुरू हो गईं। देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु अपने परिवारों के साथ माथा टेकने पहुंचे थे।
श्री हरिमंदिर साहिब परिसर में स्थित गुरुद्वारा मंजी साहिब दीवान हाल में आयोजित गुरमत समागम में एसजीपीसी प्रधान हरजिंदर सिंह धामी, श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह, तख्त श्री केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी सुल्तान सिंह, एसजीपीसी के महासचिव रजिंदर सिंह मेहता शामिल हुए और गुरु साहिब का आशीर्वाद प्राप्त किया।
इस मौके पर सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब, श्री अकाल तख्त साहिब, गुरुद्वारा अटल राय साहिब में सुंदर जलौ जलाए गए। गुरुद्वारा दीवान हाल में कथा करते हुए प्रसिद्ध कथा वाचक ज्ञानी पिंदरपाल सिंह ने संगत को श्री गुरु रामदास जी के जीवन से अवगत करवाया।
एसजीपीसी द्वारा प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में स्कूलों-काॅलेजों में बच्चों के करवाए गए धार्मिक मुकाबलों में अव्वल रहने वाले छात्रों को गुरुद्वारा श्री मंजी साहिब में सम्मानित किया गया। 18 अक्तूबर की रात एसजीपीसी की तरफ से राग दरबार भी आयोजित किया गया। इस कीर्तन समागम में प्रसिद्ध रागी जत्थों ने पावन गुरबाणी का रागों पर आधारित कीर्तन किया।
इस अवसर पर 150 से अधिक कारीगरों ने 15 टन फूलों से श्री हरिमंदिर साहिब की सजावट की थी। एसजीपीसी की तरफ से 15 क्विंटल लड्डू तैयार कर प्रकाश पर्व के अवसर पर संगत में बांटे गए। रात को श्री हरिमंदिर साहिब परिक्रमा में श्रद्धालुओं और एसजीपीसी के कर्मचारियों की ओर से सवा लाख दीये जलाकर मनमोहक दीपमाला की गई। देर रात्रि को श्रद्धालुओं व एसजीपीसी के कर्मचारियों की ओर से आतिशबाजी की गई, जो विशेष आकर्षण का केंद्र थी।