फैक्टरी में लगी आग।
– फोटो : कर्मचंद
विस्तार
गुलाबगढ़ बेहड़ा रोड स्थित मग्गू केमिकल फैक्टरी में सोमवार दोपहर आग लग गई। आग ने देखते ही देखते विकराल रूप ले लिया। धुएं का गुबार कई किमी दूर तक देखा गया। हादसे के वक्त फैक्टरी में 15 कर्मचारी मौजूद थे। सबको आनन-फानन बाहर निकाला गया। कोई हताहत नहीं हुआ। दमकल की 15 गाड़ियों ने करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, तब तक फैक्टरी की मशीनरी, बिल्डिंग, कच्चे और तैयार मॉल के साथ अन्य सामान जलकर राख हो गया था।
#WATCH सास नगर, पंजाब: डेरा बस्सी में गुलाबगढ़ रोड के पास केमिकल फैक्ट्री में आग लगी, दमकल की गाड़ियां मौके पर मौजूद हैं। अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है। pic.twitter.com/T62SEbOiR5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 8, 2024
खबर लिखे जाने तक फैक्टरी में आग रह-रहकर सुलग रही थी, जिस पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड की गाड़ी पानी का छिड़काव कर रही थी। एडीसी मोहाली विराज एस तिड़के, एसडीएम हिमांशु गुप्ता, एएसपी वैभव चौधरी, थाना प्रभारी सहायक इंस्पेक्टर अजितेश कौशल, प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के एक्सईएन गुरशरण गर्ग समेत अन्य अधिकारी आग पर काबू पाने तक मौके पर मौजूद थे। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है। जांच की जा रही है कि आग कैसे लगी। दावा किया जा रहा है कि आग से करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है।
मग्गू केमिकल फैक्टरी में कॉमर्शियल थिनर बनता है। सोमवार दोपहर करीब तीन बजे फैक्टरी में रखे फ्यूल में अचानक आग लग गई। मौके पर मौजूद कर्मियों ने अग्निशमन यंत्रों से आग पर काबू पाने का काफी प्रयास किया, लेकिन असफल रहे।
इसके बाद फैक्टरी में मौजूद कर्मचारियों को आनन-फानन बाहर निकाला गयाऔर फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। कुछ ही मिनटों में फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं और आग बुझाने का काम शुरू कर दिया लेकिन हवा तेज होने के कारण आग पर काबू पाने में काफी परेशानी झेलनी पड़ रही थी। हवा तेज होने के कारण आसपास की दूसरी फैक्टरियों के भी आग की चपेट में आने का डर पैदा हो गया था लेकिन फायर ब्रिगेड की टीम ने पानी की बौछारें मारकर स्थिति को काबू में किया।
केमिकल ने पकड़ ली थी आग, बुझाने के लिए लेना पड़ा फोम का सहारा
डेराबस्सी, जीरकपुर, लालड़ू, मोहाली, दप्पर एमीनेशन डिपो और स्थानीय निजी फैक्टरियों से दमकल की करीब 15 गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाने का काम शुरू किया लेकिन पानी से केमिकल की आग पर काबू पाने में परेशानी हो रही थी। केमिकल फैक्टरी होने के कारण बड़ी मात्रा में फैक्टरी में केमिकल मौजूद था और उसे आग ने अपनी चपेट में ले लिया था। ऐसे में आग बुझाने के लिए दमकलकर्मियों को फोम का प्रयोग करना पड़ा। फोम ने आग के ऊपर परत जमाकर हवा से संपर्क रोका, इसके बाद उस पर काबू पाया गया। 15 गाड़ियों के दर्जनों कर्मचारी शाम करीब सात बजे आग तक आग बुझाने में जुटे रहे।
आग से एक कर्मचारी की हो चुकी है मौत
मग्गू केमिकल फैक्टरी में पहले भी आग लग चुकी है। उसमें एक व्यक्ति की जलकर मौत हो गई थी। मौके पर मौजूद फैक्टरी के अधिकारियों ने बताया कि आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि आग के दौरान सबसे पहले मौके पर मौजूद यंत्रों से आग पर काबू पाने की कोशिश की गई लेकिन सफलता नहीं मिली तो सभी स्टाफ को सुरक्षित बाहर निकालने को प्राथमिकता दी गई। बताया कि जांच के बाद ही पूरे नुकसान का आंकड़ा सामने आएगा। वहीं, एसडीएम हिमांशु गुप्ता ने बताया कि सूचना पर दमकलकर्मी मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाने में जुट गए थे। फायर ब्रिगेड इंचार्ज जसवंत सिंह के नेतृत्व में चार घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया। उन्होंने कहा कि आग के कारण और नुकसान की जांच की जा रही है। इस हादसे के बाद क्षेत्र की अन्य फैक्टरियों में आग बुझाने के प्रबंधों की जांच की जाएगी।
आगजनी की घटनाओं में कई की जा चुकी है जान
क्षेत्र में किसी फैक्टरी में आग लगने का पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी आगजनी की बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं। इसमें कई लोगों की जानें भी गई हैं। पीसीसीपीएल फैक्टरी में वर्ष 2019 में भयानक आग लगने से दो कर्मियों की मौत हो गई थी जबकि 12 कर्मचारी गंभीर रूप से झुलस गए थे। वर्ष 2012 में लालड़ू में स्थित दशमेश मेडिकेयर फैक्टरी में आग से चार लोगों की मौत हो गई थी और 17 लोग गंभीर जख्मी हो गए थे। फैक्टरियों में आग की घटनाओं के बावजूद प्रशासन इसे गंभीरता से नहीं ले रहा है।