कोलकाता के जादवपुर विश्वविद्यालय (जेयू) के परिसर में एक मार्च को हुई हिंसा और तोड़फोड़ के सिलसिले में बुधवार को पुलिस ने एक छात्रा को गिरफ्तार किया है। जादवपुर विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के प्रवक्ता ने सौम्यदीप की गिरफ्तारी की पुष्टि की। इस मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों की कुल संख्या अब दो हो गई है।
जेयू छात्र संघ इकाई एसएफआई के एक नेता ने बताया कि दर्शनशास्त्र के छात्र सौम्यदीप महाता को गिरफ्तार किया गया है। महाता को टीएमसी के पश्चिम बंगाल कॉलेज और विश्वविद्यालय प्रोफेसर संघ की एजीएम के दौरान हुई हिंसा के सिलसिले में अपना बयान दर्ज कराने के लिए जादवपुर पुलिस स्टेशन बुलाया गया था।
छात्रों ने शिक्षा मंत्री से की थी चुनावों पर चर्चा की मांग
एसएफआई नेता ने बताया कि एजीएम के दौरान पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु भी मौजूद थे। छात्रों के एक समूह ने बसु की कार के चारों ओर मानव श्रृंखला बनाई और उन्हें जाने से रोकने की कोशिश की, और लंबित छात्र संघ चुनावों पर तत्काल चर्चा की मांग की।
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छात्रों के घायल होने के बाद हुआ विरोध प्रदर्शन
मंत्री की कार मानव श्रृंखला को पार करते हुए परिसर से निकल गई, जिससे दो छात्र घायल हो गए। इसके बाद हुए विरोध प्रदर्शनों में टीएमसी के गैर-शिक्षण कर्मचारियों के शिक्षा विंग कार्यालय में आग लगा दी गई और परिसर में कई होर्डिंग्स को नुकसान पहुंचाया गया।
महाता वामपंथी छात्र कार्यकर्ता, फेडरेशन से जुड़े नहीं
स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के नेता ने दावा किया कि महाता वामपंथी छात्र कार्यकर्ता हैं, लेकिन फेडरेशन से जुड़े नहीं हैं। उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी के मद्देनजर संगठन और अन्य छात्र प्रदर्शनकारियों की बृहस्पतिवार को आम सभा होगी, जिसमें आंदोलन के भविष्य के बारे में चर्चा की जाएगी।
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छात्र संघ चुनावों की मांग करने वाले छात्रों को किया जा रहा गिरफ्तार
उन्होंने कहा, ‘जब विश्वविद्यालय के अधिकारी छात्र प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामले वापस लेने का आश्वासन दे रहे हैं, जिन्होंने केवल लंबे समय से लंबित छात्र संघ चुनावों की मांग की थी, तब हमारे छात्रों को गिरफ्तार किया जा रहा है। यह जारी नहीं रह सकता।’
इससे पहले दो मार्च को एक पूर्व छात्र की हुई थी गिरफ्तारी
इससे पहले, पुलिस ने 2 मार्च को जेयू के एक पूर्व छात्र को दक्षिण कोलकाता में उसके किराए के फ्लैट से गिरफ्तार किया था। उस पर विरोध प्रदर्शन और आगजनी के दौरान परिसर में मौजूद रहने और तोड़फोड़ में भाग लेने का आरोप था। पूर्व छात्र बीरभूम का रहने वाला है और वर्तमान में साल्ट लेक में एक आईटी फर्म में काम करता है।
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