सीबीआई
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नीट पेपर लीक केस में सीबीआई को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पिछले कई दिनों से सीबीआई की टीम जिसे तलाश रही थी, वो आखिरकार पकड़ा ही गया। सीबीआई ने झारखंड से रॉकी उर्फ राकेश को गिरफ्तार किया है। आज उसे पटना में अदालत के समक्ष पेश किया गया। कोर्ट ने रॉकी को 10 दिन अपने रिमांड में रखने की इजाजत सीबीआई को दी है। बताया जा रहा है कि रॉकी नेपाल भागने की तैयारी में थी। इसी बीच गुप्त सूचना के आधार पर सीबीआई ने उसे दबोच लिया।
रॉकी उर्फ राकेश पर है यह बढ़ा आरोप
पेपर लीक गैंग के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया के भांजे राकेश उर्फ रॉकी ने झारखंड से नीट के पेपर उड़ाने की साजिश रची थी। रॉकी उर्फ राकेश मूलरूप से नवादा का रहने वाला है। वह रांची में अपना रेस्टोरेंट चलाता था। सीबीई की पूछताछ में चिंटू, मुकेश, मनीष और आशुतोष ने कई बड़े खुलासे किए थे। जांच में पता चला था कि पेपर लीक गैंग के मास्टरमाइंट संजीव मुखिया के भांजे राकेश उर्फ रॉकी ने झारखंड से नीट के पेपर उड़ाने की साजिश रची थी। वह रांची में रेस्टोरेंट चलाता है। ईओयू सूत्रों की मानें तो रॉकी ने ही पेपरलीक केस में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उसने हजारीबाग से पेपर उड़ाने की साजिश रची। इसके बाद रांची और पटना के स्कॉलर मेडिकल स्टूडेंट की मदद से पेपर सॉल्व करवाया। इस बीच संजीव मुखिया और सिकंदर यादवेंदु कई बार रांची में रॉकी से मिलने गए थे।
संजीव मुखिया की तलाश कर रही सीबीआई की टीम
जांच में यह भी पता चला कि रॉकी ने ही पांच मई को प्रश्न पत्र उड़ाने के बाद सॉल्व करवाया था। इसके बाद इसे पटना में चिंटू उर्फ बलदेव के सोशल मीडिया पर भेजा गया। इन सब के लिए माफियाओं ने पिछले कई महीनों से तैयारी की थी। बता दें कि ईओयू ने नीट पेपरलीक केस को सीबीआई को हैंडओवर कर दिया था। इसमें मामले में सीबीआई छह से ज्यादा लोगों को आरोपी बना चुकी है। सीबीआई ने मंगलवार को पटना से सन्नी और रंजीत को गिरफ्तार किया था। इससे पहले सीबीआई की टीम मनीष और आशुतोष को गिरफ्तार किया था। अब टीम संजीव मुखिया की तलाश कर रही है।