सीबीआई
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केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने नीट पेपरलीक केस में बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने पटना से शनिवार को तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसमें से दो (मंगलम विश्नोई और दीपेंद्र शर्मा) सॉल्वर बताए जा रहे हैं। दोनों भरतपुर मेडिकल कॉलेज के छात्र हैं। इन दोनों पर चार मई को हजारीबाग में रहकर नीट का पेपर सॉल्व करने का आरोप हैं। वहीं तीसरे आरोपी की पहचान शशिकांत पासवान के रूप में हुई है। वह पंकज कुमार और रॉकी उर्फ राकेश का सहयोगी बताया जा रहा है। इतना ही नहीं सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपी इस केस के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया के भी करीबी बताए जा रहा है।
रॉकी की रिमांड अवधि चार दिन बढ़ी
इधर, सीबीआई की टीम इन तीनों को आरोपी को पहले कोर्ट में पेश करेगी। इसके बाद कोर्ट से इन्हें रिमांड पर लेने की अनुमति लेगी। राकेश रंजन उर्फ रॉकी की गिरफ्तारी और उससे पूछताछ के आधार पर कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। शनिवार को पटना सीबीआई की विशेष अदालत ने रॉकी की रिमांड अवधि चार दिन और बढ़ा दी है। बताया जा रहा है कि रॉकी की निशानदेही पर ही सीबीआई लगातार कार्रवाई कर रही है।
पेपर लीक के तार आरआईएमएस से भी जुड़े
इधर, एक दिन पहले इसी मामले में ने रांची से एक छात्रा को गिरफ्तार किया है। सीबीआई ने बताया कि नीट-यूजी पेपर लीक मामले में रांची के राजेंद्र इंस्टीट्य़ूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (आरआईएमएस) की द्वितीय वर्ष की छात्रा सुरभि कुमारी को गिरफ्तार किया गया है। इस तरह, पेपर लीक के तार आरआईएमएस से भी जुड़ गए हैं। सीबीआई का कहना है कि सुरभि पर नीट-यूजी परीक्षा के अभ्यर्थियों के प्रश्न पत्र हल किए थे। इस तरह से सॉल्वर गैंग के साथ छात्रा की कथित संलिप्तता से भी इनकार नहीं किया जा सकता। अधिकारियों ने बताया कि सुरभि कुमारी से दो दिनों की पूछताछ की गई। इसके बाद बाद छात्रा को सीबीआई ने हिरासत में ले लिया। आरोप है कि सुरभि ‘सॉल्वर गैंग’ की पांचवीं सदस्य थी, जो पांच मई की सुबह नीट-यूजी परीक्षा के दिन, पंकज कुमार द्वारा चुराए गए पेपर को हल करने के लिए हजारीबाग में मौजूद थी।