नीट यूजी कथित पेपर लीक मामले में गिरफ्तार आरोपियों के नाम।
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बिहार पुलिस के जरिए शुरू हुए नीट परीक्षा के पेपर लीक जांच को बिहार की आर्थिक अपराध इकाई के बाद अब केंद्रीय जांच ब्यूरो के पास सौंप दिया गया है। बिहार की जांच टीम ने सभी सबूत शिक्षा मंत्रालय को सौंप दिए हैं। अब इसी के आधार पर शिक्षा मंत्रालय ने सीबीआई को इस मामले की जांच करने की जिम्मेदारी दी है। सीबीआई ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की शिकायत पर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया और मामले की जांच में जुट गई है। टीम बिहार पुलिस से भी संपर्क में है। इधर, बिहार पुलिस की टीम अब इस मामले गिरफ्तार हुए सभी 13 आरोपियों के नार्को टेस्ट कराने की तैयारी में है। बिहार पुलिस की टीम ने झारखंड के देवघर में छापेमारी कर मास्टरमाइंट संजीव मुखिया के रिश्तेदार चिंटू कुमार समेत छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। चिंटू के अलावा बिट्टू, पंकू, काजू, राजीव और अजीत कुमार के रूप में इनकी पहचान हुई है। पंकू को छोड़कर सभी नालंदा के रहने वाले हैं। पुलिस टीम इन सभी से पटना में पूछताछ कर रही है। आर्थिक अपराध इकाई के डीआईजी नैय्यर हसनैन खान ने भी सीबीआई को जांच सौंपे जाने की पुष्टि कर दी है।
आरोपियों की नार्को एनालिसिस और ब्रेन मैपिंग टेस्ट कराने की मांग
बिहार पुलिस सूत्रों की मानें तो जांच टीम 13 आरोपियों की नार्को एनालिसिस और ब्रेन मैपिंग टेस्ट कराने की मांग शिक्षा मंत्रालय से करेगा। इतना ही नहीं जिस फ्लैट से नीट का जला हुआ पेपर मिला था, वह पेपर भी पुलिस ने एनटीए को सौंप दिया था। अब इस जले हुए पेपर का मिलान करने के लिए मूल पेपर जांच टीम को दे दिया है। दरअसल, बिहार पुलिस से जब यह मामला आर्थिक अपराध इकाई के पास आया तो उसने जलने से बचे टुकड़ों को जोड़कर प्रश्नपत्रों में से 74 प्रश्न निकाले। इसके साथ ही प्रश्न का एक बुकलेट नंबर (6136488) भी। इसी बुकलेट का पेपर पटना में माफिया के वॉट्सऐप पर आया था, वो बुकलेट झारखंड के हजारीबाग स्थित ओएसिस स्कूल को मिला था। इतना ही नहीं बुकलेट जिस बक्से में स्कूल पहुंचा था, उससे भी छेड़छाड़ हुई थी। यह जांच में स्पष्ट हो गया है।