अस्पताल में भर्ती महादलित मुखिया के घायल भाई
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बिहार के नवादा में बेखौफ बदमाशों ने एक फिर एक महादलित मुखिया को निशाना बनाने की कोशिश की। यहां बेखौफ बदमाशों ने एक्सयूवी कार पर सवार नारदीगंज पंचायत के महादलित मुखिया और जदयू नेता रणविजय पासवान पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी है। इसके बाद मौके पर अफरातफरी का माहौल उत्पन्न हो गया। इस गोलीबारी में मुखिया के एक्सयूवी कार पर सवार उनके ममेरे भाई राजबली पासवान की बांह में गोली लगी है। वहीं, हमलावरों ने मुखिया की गाड़ी को भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया है। इस घटना में मुखिया बाल-बाल बच गए।
जानकारी के मुताबिक, गोलीबारी की घटना जिले के नारदीगंज थाना क्षेत्र के दललपुर गांव स्थित ईंट भट्ठा के पास की बताई गई है। गोलीबारी में घायल राजबली पासवान को स्थानीय लोगों की मदद से आनन-फानन में सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां चिकित्सकों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए पावापुरी बीम्स रेफर कर दिया है। गोलीबारी में घायल हुए राजबली पासवान बिहार शरीफ के नई सराय निवासी हैं।
पीड़ित नारदीगंज पंचायत के मुखिया रणविजय पासवान ने बताया कि रात 11 बजे अपने ममेरे भाई के साथ अपनी एक्सयूवी कार से अपने गांव की ओर लौट रहे थे। तभी थाना क्षेत्र के दललपुर गांव स्थित दललपुर ईंट भट्ठा के पास चार बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी, जिसमें मेरे साथ रहे मेरे ममेरे भाई को गोली लगी है। पीड़ित मुखिया ने नारदीगंज थाना क्षेत्र के पड़पा गांव के निवासी मुकेश सिंह, टुनटुन सिंह, अरविंद सिंह और विक्की सिंह पर फायरिंग करने का आरोप लगाया है।
बताया जा रहा है कि पुरानी रंजिश को लेकर कार पर सवार मुखिया पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गई है। हालांकि इस गोलीबारी में नारदीगंज पंचायत के मुखिया रणविजय पासवान बाल-बाल बच गए हैं। मुखिया ने कहा कि इस गोलीबारी में उनका ममेरे भाई राजबली पासवान घायल हो गए हैं, जिनका इलाज चिकित्सक द्वारा जारी है। फिलहाल घटना की सूचना पर नारदीगंज थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल में जुटी है।
गौरतलब है कि 13 जून की देर रात जिले के पकरीबरावा थाना क्षेत्र के बुधौली पंचायत के भी महादलित मुखिया पप्पू मांझी को बंधुआ मुखिया नहीं बने रहने के कारण सिर में गोली मारकर बेखौफ बदमाशों ने मुखिया को मौत के घाट उतार दिया था। उसका सफल खुलासा नवादा पुलिस द्वारा कर दिया गया है। नवादा में एक सप्ताह के अंदर दो महादलित मुखिया पर फायरिंग होने पर नवादा के महादलित नेताओं ने गहरा दुख व्यक्त किया है।
भीम आर्मी के पूर्व जिलाध्यक्ष कमलेश राणा और चंदन चौधरी ने कहा कि महादलित मुखिया होना गुनाह है क्या? आखिर क्यों एक सप्ताह के अंदर नवादा में दो मुखिया पर फायरिंग हुई। एक मुखिया पप्पू मांझी की हत्या हो गई। दूसरे मुखिया बाल-बाल बच गए, लेकिन उनके ममेरे भाई जख्मी हो गए। उन्होंने उच्च अधिकारियों से घटना की जांच कर उचित कार्रवाई करते हुए मुखिया रणविजय पासवान की सुरक्षा की मांग की है।