‘कल्कि 2898 एडी’ निर्देशक नाग अश्विन की सिर्फ तीसरी फीचर फिल्म है और अभी से उनके काम के चर्चे दुनिया भर में होने लगे हैं। उनकी पिछली फिल्म ‘महानटी’ ने सर्वश्रेष्ठ तेलुगु फिल्म का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता था। फिल्म ‘कल्कि 2898’ में एक काल्पनिक कार बुज्जी भी अहम किरदार में है और फिल्म की शूटिंग के दौरान ही नाग अश्विन का ये ख्याल आया कि क्या इस कार को वास्तव में बनाया जा सकता है? उन्होंने ट्वीट किया। उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने उनकी कल्पना को साकार करने की व्यवस्था की और बुज्जी कार बुधवार को वाकई धरातल पर उतर आई। फिल्म ‘कल्कि 2898’ में एक अहम किरदार निभाने वाली बुज्जी की लॉन्चिंग के बाद निर्देशक नाग अश्विन से ‘अमर उजाला’ के सलाहकार संपादक पंकज शुक्ल के साथ ये एक्सक्लूसिव बातचीत की।
बुज्जी कार देखने में बहुत ही विशाल है, इसकी और क्या क्या खासियत हैं?
ये कार जो हमने आज हैदराबाद में दिखाई है, वह भारतीय इंजीनियरों की कल्पना का कमाल है। आनंद महिंद्रा की टीम ने इसमें हमारी मदद की और हम इसे बना पाए, यही इसकी सबसे बड़ी खासियत है। हम ये कार लेकर देश भर के छोटे छोटे शहरों में जाने वाले हैं और वहां इसे चलाकर दिखाने वाले हैं। इसका उद्देश्य ये है कि देश के युवाओं के भीतर ऐसी ही नई कल्पनाएं जागें और वह ये समझ सकें कि जो सोचा जा सकता है, वह बनाया भी जा सकता है।
जो कार आज हैदाराबाद की रामोजी फिल्म सिटी में प्रभास चलाकर लाए, क्या यही कार फिल्म में भी उन्होंने चलाई है?
ये कार फिल्म ‘कल्कि 2898 एडी’ की मेकिंग के साथ साथ बनती रही है। हमने जो कार फिल्म में दिखाई है, वह मेरी कल्पना थी, जिसे फिल्म के लिए हमारे डिजाइनर्स ने तैयार किया। ये जो कार हमने आज हैदराबाद में दिखाई, वह उसी काल्पनिक कार का जीवंत संस्करण है। बुज्जी हमारी फिल्म का एक किरदार है। लेकिन, आज की कार एक असली घटना है। इस असली कार का इस फिल्म में तो हम इस्तेमाल नहीं कर पाए हैं, लेकिन फिल्म की सीक्वल में इसका उपयोग करने की बात हम सोच रहे हैं।
अरे, वाह! मतलब कि ‘कल्कि 2898 एडी’ के सीक्वल की खबर आज आपने ब्रेक कर दी? मैंने सुना है कि इसकी डिजाइन बनाने में ‘एवेंजर्स एंडगेम’ और ‘बैटमैन’ के डिजाइनर हाइसु वांग ने भी मदद की है?
हां, फिल्म ‘कल्कि 2898 एडी’ का दूसरा पार्ट भी बन रहा है। जहां तक हाइसु वांग की बात है तो उन्होंने हॉलीवुड की फिल्मों ‘एवेंजर्स एंडगेम’, ‘बैटमैन’, ‘गार्जियन्स ऑफ गैलेक्सी’ और ‘अवतार’ आदि में प्रयोग किए गए वाहनों के डिजाइन बनाए हैं। उनसे हमारा संपर्क कोरोना संक्रमण काल में हुआ, जब वह चीन चले गए थे और उनके पास समय भी था। बुज्जी की डिजाइनिंग करने में हमें उनसे मदद मिली। लेकिन, इस कार का असली चैलेंज था इसे हकीकत में बनाना। ये पिछले पहिए पर घूमती है। आगे के दोनों पहियों में हब नहीं है। और, भी तमाम खूबियां जो कुछ भी हमने फिल्म की काल्पनिक कार में दिखाई हैं, वे सब इस कार में हकीकत बन चुकी हैं
फिल्म ‘कल्कि 2898 एडी’ क्या पुराणों में वर्णित भगवान विष्णु के कल्कि अवतार की कहानी कहती है और इस कहानी में अश्वत्थामा का चरित्र निभाने के लिए अमिताभ बच्चन को लाने के लिए कितनी मेहनत आपको करनी पड़ी?
हां, ये फिल्म भगवान विष्णु के कल्कि अवतार की कहानी भी कहती है। पुराणों से इस कहानी का यही संबंध है। अमिताभ बच्चन को अश्वत्थामा के चरित्र के लिए लेने की मेरी शुरू से जिद थी। प्रभास और अमिताभ बच्चन, ये दो कलाकार मुझे इस फिल्म के लिए चाहिए ही चाहिए थे। बच्चन साब से मेरी चार, पांच मुलाकातें फिल्म को लेकर हुईं। उनको ये किरदार फिल्म की कहानी में प्रभावी लगा और उन्होंने हां कर दी। अश्वत्थामा भगवान शंकर के मंदिर में जाकर आज भी पूजा करते हैं। ऐसे हमें कम से कम तीन मंदिर, एक मध्य प्रदेश में, एक पश्चिमी घाट पर और एक उत्तर प्रदेश में पता चले हैं।