मोहन यादव और असदुद्दीन ओवैसी
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मंडला में समुदाय विशेष के घरों के फ्रिज में गोमांस मिलने पर सरकार ने 11 लोगों के अवैध कब्जों पर बुलडोजर की कार्रवाई की है। इस पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के नेता और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी भड़क गए। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि 2015 में अख़लाक़ के फ्रिज में रखे गोश्त को बीफ बता कर एक हुजूम ने उनके घर में घुस कर उन्हें मार दिया था। न जाने कितने मुसलमानों पर “तस्करी” और “चोरी” का झूठा इल्ज़ाम लगा कर उनका क़त्ल कर दिया गया।
ओवैसी बोले, जो काम पहले भीड़ करती थी वो काम अब सरकार कर रही है। मध्यप्रदेश सरकार ने कुछ मुसलमानों पर इल्ज़ाम लगाया कि उनके फ्रिज में बीफ था और 11 घरों पर बुलडोजर चला दिया। न-इंसाफी का सिलसिला थमता नहीं। चुनाव के नतीजों से पहले और बाद भी, घर मुसलमानों के ही तोड़े जाते हैं, क़त्ल मुसलमानों के ही होते हैं, जिन्हें झोली भर-भर के मुसलमानों का वोट मिलता है, वो क्यों चुप हैं?
सीएम ने किया पलटवार
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा, यह ओवैसी की दृष्टि हो सकती है, जिसमें वे दो वर्गों की बात करते हैं। बड़े दुर्भाग्य के साथ कहना पड़ रहा है कि वे जिस वर्ग से आते हैं, वे उस वर्ग को भी लज्जित करते हैं। भारत में संविधान से सरकारें चलती हैं। हमारी सरकार अपराध पर कार्रवाई करना लगातार जारी रखेगी। कानून के अंतर्गत सबको चलना होगा। हम कॉम्प्रोमाइज नहीं करने वाले हैं। गुंडा तत्वों के खिलाफ सरकार का निर्णय कठोरता से पेश करेंगे। आम जनता पर किसी प्रकार का कोई कष्ट हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि ओवैसी मध्यप्रदेश को हैदराबाद न समझें। मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार है, जो शरारती गुंडई सब प्रकार के तत्वों से निपटने में सक्षम है।
क्या है मामला
मंडला के नैनपुर थाना के ग्राम भैंसवाही में शुक्रवार रात को पुलिस ने छापेमारी की थी, जिसमें 11 घरों से जीवित गोवंश और गोवंश के अवशेष बरामद हुए थे। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी वाहिद कुरैशी को गिरफ्तार किया था। वहीं, अन्य आरोपी रात का फायदा उठाकर भाग गए थे। 150 गाय को बचाया। वहीं, 11 घरों के मालिकों पर एफआईआर दर्ज की थी। शनिवार को प्रशासन ने 11 आरोपियों के अवैध कब्जे को बुलडोजर से ढहा दिया था।