विमान का मालिकाना हक रखने वाली अलकेमिस्ट एविएशन प्राइवेट लिमिटेड ने एक बयान जारी कहा कि दुर्घटना के कारणों के बारे में अभी किसी प्रकार की टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी। विमान में 80 लीटर ईंधन था और यह चार घंटे 30 मिनट तक उड़ान भर सकता था।
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लापता विमान की तलाश।
– फोटो : पीटीआई
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झारखंड में सरायकेला-खरसावां जिले के सोनारी हवाई अड्डे से 20 अगस्त को उड़ान भरने के बाद लापता हुए दो सीट वाला विमान चांडिल बांध के जलाशय में मिला। विमानन कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि एनडीआरएफ और नौसेना की टीम ने विमान को बांध के जलाशय में गहराई में पाया है। इसे निकालने का काम चल रहा है।
लापता विमान ‘सेसना 152’ अलकेमिस्ट एविएशन नामक कंपनी का था। विमान ने मंगलवार को पूर्वाह्न करीब 11 बजे जमशेदपुर के सोनारी हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी। इसकी तलाश एनडीआरएफ और नौ सेना की 19 सदस्यीय टीम कर रही थी। गुरुवार को बांध में प्रशिक्षु पायलट और उनके प्रशिक्षक का शव मिला था।” अधिकारियों ने बताया कि प्रशिक्षु पायलय सुब्रोदीप दत्त और पायलट कैप्टन जीत सत्रु आनंद के शव को पोस्टमॉर्टम के बाद उनके परिजनों को सौंप दिया गया।
विमान का मालिकाना हक रखने वाली अलकेमिस्ट एविएशन प्राइवेट लिमिटेड ने एक बयान जारी कहा कि दुर्घटना के कारणों के बारे में अभी किसी प्रकार की टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी। विमान में 80 लीटर ईंधन था और यह चार घंटे 30 मिनट तक उड़ान भर सकता था। विमान 20 अगस्त की सुबह 11 बजे पायलट और प्रशिक्षु पायलट के साथ जमशेदपुर के सोनारी एयरोड्रोम से उड़ान भरी थी और दस मिनट ही विमान का संपर्क जमशेदपुर एयर ट्रैफिक कंट्रोल टॉवर (एटीसी) से टूट गया।