
सांकेतिक
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
पंजाब के कपूरथला के बहुचर्चित एमआईसी मोबाइल शोरूम फायरिंग मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। लगभग 20 दिन से पुलिस की सिरदर्द बने इस हाईप्रोफाइल केस में पुलिस ने दोनों शूटरों को यूपी और बिहार से गिरफ्तार कर लिया है। शुक्रवार देर रात की इस गिरफ्तारी को पुलिस की विशेष टीम द्वारा अंजाम दिया गया, जिसने दिन-रात जुटकर मामले की गहन जांच की थी।
फायरिंग और रंगदारी की घटना
सोमवार 7 अक्टूबर की सुबह करीब 10 बजे डीसी चौक के समीप स्थित एमआईसी मोबाइल शोरूम पर अज्ञात बदमाशों ने ताबड़तोड़ 15-20 राउंड फायरिंग की थी। बदमाशों ने मौके पर एक पर्ची छोड़कर 5 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी। इस घटना के बाद इलाके में दशहत फैल गई थी और शहर के व्यापारी और नागरिकों में भय का माहौल था। पुलिस ने इस मामले में तेजी से जांच शुरू की, लेकिन काफी दिनों तक कोई सुराग नहीं मिला।
गैंगस्टर कौशल चौधरी गिरोह के गुर्गे
जांच के दौरान गैंगस्टर कौशल चौधरी के गुर्गे सौरव गोल्डी (कंदौली) का नाम सामने आया। घटना के समय जिस बाइक का इस्तेमाल किया गया था, वह हरियाणा नंबर की थी, जिसे घटना से डेढ़ घंटा पहले श्री स्टेट गुरुद्वारा साहिब से चोरी किया गया था। इसके बाद पुलिस ने फायरिंग और बाइक चोरी की दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की और जांच को तेज किया।
पुलिस की मेहनत रंग लाई
लगभग 20 दिनों की मशक्कत के बाद पुलिस ने दोनों शूटरों को यूपी और बिहार से धर दबोचा। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, गिरफ्तार शूटरों में से एक सौरव कंदौली है, जिसने शोरूम पर फायरिंग की थी। पुलिस ने अदालत से दोनों आरोपियों के पांच दिन का रिमांड भी हासिल कर लिया है। हालांकि, पुलिस अधिकारी फिलहाल इस मामले में कोई आधिकारिक बयान देने से बच रहे हैं, लेकिन सूत्रों का कहना है कि इस वारदात में इस्तेमाल किए गए हथियार भी बरामद कर लिए गए हैं।
रविवार को हो सकता है खुलासा
इस हाईप्रोफाइल मामले में जिला पुलिस रविवार को प्रेस कांफ्रेंस कर अहम खुलासा कर सकती है। यह मामला पुलिस के लिए नाक का सवाल बन चुका था, क्योंकि शहर के व्यापारी और नागरिकों ने इस घटना को लेकर कड़ी चिंता जाहिर की थी। विभिन्न संगठनों ने भी पुलिस से जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की थी। अब पुलिस की इस कामयाबी से शहर में थोड़ा राहत का माहौल बन सकता है।