पंजाब पुलिस
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लोकसभा चुनाव के नतीजे पंजाब की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के लिए कुछ अच्छे नहीं रहे थे। राज्य में सरकार में होने के बावजूद चुनाव में आप को 10 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा और सिर्फ 3 सीटों ही मिलीं। यही कारण है कि अब सरकार ने बड़े प्रशासनिक फेरबदल की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
जमीनी स्तर पर भी लोगों की तरफ से इस फेरबदल की मांग की जा रही थी। पंजाब सरकार ने 10,497 पुलिस कर्मचारियों के तबादले किए हैं, जो कांस्टेबल से इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी हैं। साथ ही संकेत दिए हैं कि आगे भी यह फेरबदल जारी रहेगा। अलग-अलग स्तर पर इसे लेकर बैठकों का दौरा जारी है और जल्द ही इसे अमलीजामा पहनाया जा सकता है। सरकार ने विभाग में सबसे बड़ा फेरबदल मालवा क्षेत्र में किया है। लोकसभा चुनाव में यहीं पर आप को सबसे अधिक नुकसान झेलना पड़ा। मालवा को पंजाब का सबसे बड़ा राजनीतिक क्षेत्र माना जाता है। लोकसभा में भी सबसे अधिक आठ सीटें इसी क्षेत्र में पड़ती हैं।
इस बार चुनाव में आप सिर्फ दो सीटें ही जीत पाई है। अब चुनाव के बाद मालवा क्षेत्र में ही सरकार ने पुलिस विभाग में सबसे बड़ा फेरबदल किया है, जो प्रशासनिक के साथ ही राजनीतिक गलियारों में भी चर्चा का विषय बना हुआ है। इसे नशे के साथ ही चुनावी नतीजों के साथ जोड़कर भी देखा जा रहा है। चर्चा है कि सरकार इन क्षेत्रों में हालात सुधारने व अपनी पकड़ और मजबूत करने का प्रयास कर रही है।
इन क्षेत्रों में हुए 50 प्रतिशत से अधिक कर्मियों के तबादले
फाजिल्का में सबसे अधिक 55.56 प्रतिशत पुलिस कर्मियों के तबादले हुए हैं, जिनकी संख्या 1741 है। इसी तरह दूसरे नंबर पर सबसे अधिक मानसा में 54.35 व फरीदकोट में 52.88 फीसदी पुलिस कर्मियों के तबादले हुए हैं। अगर संख्या की बात की जाए तो फरीदकोट में सबसे अधिक 1944 तबादले हुए हैं। इसी तरह श्री मुक्तसर साहिब में भी 50 फीसदी से अधिक पुलिस कर्मियों के तबादले हुए हैं। इसके अलावा बठिंडा में भी 1495 तबादले हुए हैं। ये सभी क्षेत्र जिन लोकसभा सीटों के अंडर आते हैं, वहां आप को इस बार चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है। फरीदकोट में पार्टी दूसरे नंबर पर रही। फाजिल्का व श्री मुक्तसर साहिब फिरोजपुर सीट के अधीन हैं, यहां भी आप को हार के साथ दूसरे नंबर से संतोष करना पड़ा। इसी तरह मानसा का क्षेत्र बठिंडा लोकसभा सीट के अंडर आता है और यह सीट भी हार बैठी है।
चुनाव के दौरान बड़ी मात्रा में नशा व नकदी पकड़ी
पंजाब में बॉर्डर एरिया के साथ ही बाकी जिलों में नशे का खेल बढ़ता जा रहा है। हाल ही में प्रदेश में 14 से ऊपर लोगों को नशे से अपनी जान गंवानी पड़ी। आए दिन सीमा से भारी मात्रा में बॉर्डर सुरक्षा फोर्स और पुलिस की तरफ से भारी मात्रा में सरहद पार से आने वाले नशा की बरामदगी की जाती है। लोकसभा चुनाव के दौरान भी अलग-अलग एजेंसियों की तरफ से ढाई महीने के दौरान भारी मात्रा में ड्रग्स, शराब व नशा पकड़ा गया है। गुरदासपुर में 114.28 करोड़ रुपये का नशा व नकदी पकड़ी गई थी। इसी तरह अमृतसर में 154.28 करोड़, तरनतारन में 89.91 करोड़, जालंधर में 149.04 करोड़, लुधियाना में 35.21 करोड़, फिरोजपुर में 65.70 करोड़ और फाजिल्का में 71.30 करोड़ रुपये का नशा व नकदी पकड़ी गई थी।
पुलिस फेरबदल रुटीन प्रक्रिया : डीजीपी
डीजीपी गौरव यादव ने पुलिस कर्मियों के तबादले पर कहा कि विभाग में तबादला एक रुटीन प्रक्रिया है, जिसके तहत ही यह तबादलों की प्रक्रिया पूरी की गई है। इसके अतिरिक्त तबादलों के पीछे कोई और कारण नहीं है। पंजाब सरकार की तबादला नीति के तहत यह कार्रवाई की गई है और आचार संहिता के चलते इसमें देरी हुई है।