शरद पवार।
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महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का माहौल गर्म है। इस बीच बारामती में चुनाव आयोग के अधिकारियों ने शरद पवार के बैग की जांच की। इससे पहले बीते दिन अमरावती में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बैग की भी तलाशी ली गई थी। मामला इसलिए अहम है, क्योंकि विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाता रहा है। उसे चुनाव आयोग की कार्रवाइयों पर भी सवाल उठाए हैं। ऐसे ही जब शिवसेना (यूबीटी) उद्धव ठाकरे के बैग की जांच की गई थी, तब विपक्ष ने चुनाव आयोग की कार्रवाई को पक्षपातपूर्ण करार दिया था।
दरअसल, चुनाव आयोग के अधिकारियों की तरफ से लगातार महाराष्ट्र और झारखंड में कार्रवाई की जा रही है। इसमें तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं के बैग के साथ-साथ हेलीकॉप्टकर की भी जांच की जा रही है। इस कड़ी में शनिवार को महाराष्ट्र के अमरावती में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बैग की जांच की गई थी। इससे पहले चुनाव आयोग की तरफ से शिवसेना यूबीटी, भाजपा नेताओं के भी बैग की जांच की गई थी। हालांकि, इसे लेकर तमाम विपक्षी दलों की तरफ से भाजपा पर निशाना साधा गया है।
प्रचार अभियान अपने चरम पर
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान अपने चरम पर है। प्रचार अभियान सोमवार को समाप्त हो जाएगा। प्रचार अभियान के आखिरी दौर में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद चंद्र पवार) प्रमुख शरद पवार ने अजित पवार और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे के विश्वासघात का हवाला देते हुए मतदाताओं से भावनात्मक अपील की। वहीं, मुख्यमंत्री शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), अजित पावर की रांकापा के गठबंधन वाली महायुति सरकार चुनावों से पहले महिलाओं के लिए अपनी ‘लाडकी बहिन योजना’ के सहारे मतदाताओं को साधने में लगी है। राज्य की 288 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिए 20 नवंबर मतदान होगा। इसमें 9.7 करोड़ लोग अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे।