सांकेतिक तस्वीर
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महाराष्ट्र के डोंबिवली में पिछले हफ्ते कैमिकल फैक्टरी विस्फोट मामले में पुलिस ने कंपनी के एक और निदेशक को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में अबतक दो लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पिछले हफ्ते 23 मई को अमुदान कैमिकल फैक्टरी में बॉयलर फटने से हुए विस्फोट का प्रभाव इतना खतरनाक था, कि इससे घरों की खिड़कियों के शीशे टूट गए और आसपास के सड़कों और बिजली के खंभों को भी नुकसान पहुंचा। इस घटना के बाद पुलिस ने अमुदान कैमिकल फैक्टरी के निदेशक 38 वर्षीय मलय मेहता को गिरफ्तार किया था।
मंगलवार को पुलिस ने केमिकल फैक्टरी के एक अन्य निदेशक 35 वर्षीय स्नेहा मेहता को गिरफ्तार किया। दरअसल, स्नेहा, मलय की पत्नी है। स्नेहा से पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। बुधवार को उसे अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा। हालांकि, एफआईआर में स्नेहा का नाम शामिल था।
अधिकारी ने बताया कि हादसे के बाद एक जांच दल ने मुंबई में स्थित मेहता के आवास की तलाशी ली। वहां से उन्हें कुछ दस्तावेज मिले, जो कि जांच के लिए महत्वपूर्ण हैं। महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने मंगलवार को कहा कि घटना की जांच के लिए उद्योग, श्रम और पर्यावरण विभागों के प्रमुख सचीवों की तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। उन्हें तीन सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है। राज्य के श्रम मंत्री सुरेश खड़े ने बताया कि नई दिल्ली की एक विशेषज्ञ टीम भी विस्फोट के कारणों का पता लगाने के लिए जांच करेगी। इस हादसे में लापता श्रमिकों को ढूंढने का प्रयास जारी है।
क्या है पूरा मामला
23 मई को 1.40 बजे अमुदान कैमिकल फैक्टरी में बॉयलर फटने से विस्फोट हुआ था। अब तक घटनास्थल से 10 शव बरामद किए गए हैं। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घोषणा की है कि घायलों के इलाज का खर्च राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। सरकार ने मृतकों के परिजनों के लिए 5 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा भी की है। उन्होंने डोंबिवली बॉयलर विस्फोट मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।