उत्तराखंड लोकसभा चुनाव 2024
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प्रदेश की पांचों लोकसभा सीटों पर मैदान में उतरे 55 प्रत्याशियों के चुनावी एजेंडे से खेल और खिलाड़ियों के मुद्दे सिरे से गायब हैं। इसे लेकर राज्य का खिलाड़ी और युवा हताश हैं। राज्य में करीब 40 लाख युवा मतदाताओं को साधने की कोशिश में जुटे उम्मीदवारों का प्रचार एक-दूसरे पर निशाना साधने और कमजोरियां बताने में गुजरा, जबकि राज्य के युवा प्रत्याशियों से यह उम्मीद कर रहे थे कि वह खेल संभावनाओं से भरपूर उत्तराखंड के नौजवानों के बारे में चर्चा करेंगे और उनके लिए खेल सुविधाओं का विस्तार करने का कोई रोडमैप सामने रखेंगे।
उत्तराखंड में खेल के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। कई प्रतिभाएं यहां से निकली हैं, जो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाकर प्रदेश और देश का गौरव बढ़ा चुकी हैं। खासकर उत्तराखंड की बेटियों का शानदार प्रदर्शन रहा है। ओलंपिक खेलों में हैट्रिक बनाने वाली पहली भारतीय महिला हॉकी खिलाड़ी वंदना कटारिया राज्य के हरिद्वार जिले की है।
मानसी ने अब तक 17 से अधिक मेडल जीते
कटारिया देश की पहली ऐसी महिला हॉकी खिलाड़ी हैं, जिसने 300वां अंतरराष्ट्रीय हॉकी मैच खेला है, जबकि मूल रूप से चमोली जिले के मजोठी गांव निवासी मानसी नेगी उत्तराखंड की वॉक रेसर हैं।
उन्हें गोल्डन गर्ल के नाम से भी जाना जाता है। मानसी ने अब तक 17 से अधिक मेडल जीते हैं। पिछले साल उन्होंने एक नेशनल रिकॉर्ड भी बनाया था। चीन में हुए वल्र् यूनिवर्सिटी गेम्स में मानसी ने 20 किमी रेस में कांस्य पदक जीता था। इसके अलावा भी उनके नाम कई अन्य रिकॉर्ड हैं।
वहीं, मूल रूप से अल्मोड़ा की रहने वाली एकता बिष्ट देश की अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट खिलाड़ी है। एकता उत्तराखंड की पहली महिला हैं, जिसने देश का राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मैदान में प्रतिनिधित्व किया है। इसके अलावा बछेंद्री पाल, स्नेहा राणा सहित राज्य की कई अन्य बेटियों
ने प्रदेश का मान बढ़ाया है।