सूत्र बताते हैं कि फिल्म की लागत जितनी रकम इसके अंतर्राष्ट्रीय वितरकों ने फिल्म निर्माता को मिनिमम गारंटी (एमजी) के रूप में रिलीज से पहले ही दे चुके हैं। इसके अलावा फिल्म के हॉलीवुड राइट्स बेचकर भी फिल्म के निर्माताओं ने मोटा मुनाफा कमाया है। फिल्म ‘किल’ के निर्देशक निखिल भट की इस कामयाबी का जश्न भले अभी तक इसे बनाने वाली कंपनियों धर्मा एंटरटेनमेंट और सिख्या एंटरटेनमेंट ने सार्वजनिक रूप से न मनाया हो लेकिन दोनों कंपनियों में इस फिल्म को लेकर बहुत अच्छा माहौल बताया जाता है।
फिल्म ‘किल’ के हिंसक दृश्यों के बारे में चर्चा चलने पर इसके निर्देशक निखिल भट ने हाल ही में ‘अमर उजाला’ से कहा था, “मुझे नहीं लगता कि ये कोई नया चलन है। बच्चे वीडियो गेम खेलकर अपने दिल की भावनाएं खर्च करते हैं। बड़े यही काम सिनेमा हॉल में दूसरे तमाम दर्शकों के साथ करते हैं। हमें अपना इमोशनल रिलीज तो चाहिए ही चाहिए होता है। तो अगर ‘किल’ या ‘एनिमल’ जैसी फिल्में इंसान के गुस्से को सिनेमा हॉल में निकाल देने में मदद कर रही हैं तो ऐसे लोग बाहर आकर बहुत सरलता से अपनी आगे की जिंदगी में बढ़ सकते हैं।”
फिल्म ‘किल’ रांची से निकली राजधानी एक्सप्रेस की मुगलसराय स्टेशन पहुंचने से पहले के तीन घंटे की कहानी है। इस कहानी में ऐसा एक्शन है जिसे हाल फिलहाल के दिनों में भारतीय सिनेमा में देखा नहीं गया। फिल्म में लक्ष्य और राघव जुयाल मुख्य भूमिकाओं में हैं। इन दोनों के अलावा फिल्म में आशीष विद्यार्थी, तान्या मानिकताला और हर्ष छाया भी अहम भूमिकाओं में हैं।