जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव
– फोटो : बासित जरगर
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जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के तीसरे और आखिरी चरण के लिए प्रचार रविवार शाम थम गया। इस चरण में सात जिलों की 40 सीटों के लिए 1 अक्तूबर को मतदान होगा। अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के बाद हो रहे पहले चुनाव में सभी दलों ने अंतिम दिन पूरी ताकत झोंकी। कठुआ के बनी में 94 तथा उधमपुर के चिनैनी व रामनगर में छह पोलिंग पार्टियां दूरदराज इलाकों में भेजी गईं।
जम्मू संभाग के जम्मू, उधमपुर, सांबा और कठुआ जिलों की 24 और उत्तरी कश्मीर के बारामुला, बांदीपोरा और कुपवाड़ा जिलों की 16 सीटों के लिए कुल 415 प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें पूर्व उप मुख्यमंत्री तारा चंद (कांग्रेस) और मुजफ्फर बेग (निर्दल), पूर्व मंत्री सुरजीत सिंह सलाथिया, राजीव जसरोटिया, शामलाल शर्मा, रमण भल्ला, पवन गुप्ता, डॉ. देवेंद्र मन्याल, चंद्र प्रकाश गंगा, हर्षदेव सिंह, चौधरी लाल सिंह, अजय सडोत्रा, योगेश साहनी, मूला राम, मनोहर लाल, यशपाल कुंडल व सज्जाद गनी लोन समेत दर्जन भर विधायकों के भाग्य का फैसला होगा।
साथ ही सांसद इंजीनियर रशीद के भाई अरशद, अफजल गुरु के भाई एजाज गुरु भी प्रमुख चेहरे हैं। अब तक दो चरणों के चुनाव में मतदाताओं में उत्साह देखने को मिला है। 18 सितंबर को पहले चरण में 61.38 फीसदी मतदान हुआ था, जबकि 26 सितंबर को दूसरे चरण में 57.31 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई। आखिरी चरण के मतदान के बाद 8 अक्तूबर को मतगणना होगी।