विजिलेंस टीम जल शक्ति विभाग मंडल कार्यालय बग्गी में एक साल में आवंटित किए गए 1,300 से अधिक टेंडरों की जांच करेगी और पता लगाएगी कि इनमें कोई अनियमितता तो नहीं बरती गई है। पढ़ें क्या है पूरा मामला…
जल शक्ति विभाग मंडल कार्यालय बग्गी
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
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जल शक्ति विभाग मंडल कार्यालय बग्गी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद एक साल में किए गए टेंडर जांच का दायरे में आ गए हैं। विजिलेंस टीम एक साल में आवंटित किए गए 1,300 से अधिक टेंडरों की जांच करेगी और पता लगाएगी कि इनमें कोई अनियमितता तो नहीं बरती गई है। भ्रष्टाचार के आरोप वाली शिकायत को गंभीरता से लेते हुए विजिलेंस टीम मंडी जांच में जुटी है। विभागीय अधिकारियों पर चुनिंदा ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के आरोपों को खंगालने के लिए हर टेंडर को जांचा परखा जाएगा।
पता लगाया जाएगा कि टेंडर नियमानुसार सभी शर्तों को पूरा करते हुए आवंटित हुआ या नहीं? टेंडर आवंटन में किसी तरह की कोई कमी तो नहीं है। इसके अलावा विभागीय कर्मचारियों व अधिकारियों को भी जांच में शामिल किया जाएगा। सुंदरनगर के एक ठेकेदार की ओर से की गई शिकायत के बाद विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। हालांकि विजिलेंस जांच में साफ होगा कि लाभ पहुंचाने की मंशा से टेंडर में कोई गड़बड़ी हुई या नहीं। बता दें कि सुंदरनगर के एक ठेकेदार ने राज्य भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो शिमला को जल शक्ति विभाग मंडल कार्यालय बग्गी में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए शिकायत की थी। इसमें कई तरह के आरोप अधिकारियों पर लगाए थे। शिकायत में बीते वित्तीय वर्ष में निविदा प्रक्रिया और बजटीय आवंटन पर भी सवाल उठाए थे। मामला सामने आने के बाद विजिलेंस टीम ने बग्गी स्थित कार्यालय में शनिवार को दबिश देकर जांच भी की है। अब इस जांच को ही आगे बढ़ाया जा रहा है। उधर, डीएसपी विजिलेंस मंडी प्रियंक गुप्ता ने कहा कि नियमानुसार जांच जारी है।