पुलिस पूछताछ में अक्षय ने बताया कि कुछ दिनों से अंजलि को उसने औरा कायमोरा सोसायटी में फ्लैट दिलवाया। हेल्प डेस्क पर उसकी नौकरी लगवाई। इसके बावजूद उसके व्यवहार में बदलाव महसूस हो रहा था। वह फोन पर बहुत समय बिताने लगी थी।
Interior designer Murder
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मैं अंजलि का बहनोई हूं। मेरी उससे दोस्ती है। मैंने उसके नाम एक फ्लैट कर रखा है। मुझे पता चला कि उसकी नजदीकियां तरुण के साथ बढ़ रही हैं। उसने अपने मोबाइल में तरुण का नाम लड़की के नाम से सेव कर रखा है। मुझे चिंता होने लगी कि कहीं वह तरुण के साथ न रहने लगे और मेरा फ्लैट उसके नाम न कर दे। इसी चिंता में मैंने पवन से तरुण को रास्ते से हटाने के लिए कहा। पवन ने तरुण का अपहरण कर उसे डराने-धमकाने की साजिश रची, लेकिन हालात ऐसे बने कि उसकी हत्या करनी पड़ी… यह इकबाल-ए-जुर्म है इंटीरियर डिजाइनर तरुण पंवार की हत्या में जेल भेजे गए आरोपियों में शामिल अक्षय का।