महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के बाद सबसे बड़ा सवाल ये था कि महायुति गठबंधन में मुख्यमंत्री किस दल का होगा। इसे लेकर तमाम कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन राज्य के कार्यवाहक मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने सभी कयासों पर विराम लगाते हुए तय कि राज्य की शीर्ष दल भाजपा के शीर्ष नेता जो भी फैसला लेंगे और जिस किसी को मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनाएंगे। उस उम्मीदवार को शिवसेना पूरी तरह से समर्थन देगी।
‘जल्द ही हम अपने नेताओं से मिलेंगे और निर्णय लेंगे’
वहीं उनके इस बयान पर भाजपा नेता और महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, हमारी महायुति में कभी भी एक-दूसरे के प्रति मतभेद नहीं रहा। हमने हमेशा मिल-बैठकर निर्णय लिए हैं और चुनाव से पहले हमने कहा था कि चुनाव के बाद हम (मुख्यमंत्री पद के बारे में) सामूहिक रूप से निर्णय लेंगे। कुछ लोगों को संदेह है, जिसे आज एकनाथ शिंदे जी ने स्पष्ट कर दिया है। जल्द ही हम अपने नेताओं से मिलेंगे और निर्णय लेंगे।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में पार्टियों का प्रदर्शन
राज्य में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला महायुति और महा विकास अघाड़ी गठबंधनों के बीच था। जिसमें महायुति ने बाजी मारते हुए 288 विधानसभा सीटों में से 230 सीटों पर जीत हासिल की है। इसमें भाजपा ने अकेले 132 सीट, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 57 और अजित पवार गुट की एनसीपी ने 41 सीटों पर जीत हासिल की है। महायुति गठबंधन के तीनों घटक दल भाजपा, शिवसेना और एनसीपी क्रमश: राज्य की शीर्ष तीन पार्टियां हैं। वहीं इसके उलट महा विकास अघाड़ी को 288 सीटों में से मात्र 46 सीटें ही हासिल की है। इसमें उद्धव ठाकरे की शिवसेना यूबीटी ने 20 सीट, कांग्रेस ने 16 और शरद पवार की एनसीपी-एसपी ने सिर्फ 10 ही सीटें विधानसभा चुनाव में जीती है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अन्य दलों का प्रदर्शन
वहीं राज्य के विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेने वाली अन्य राजनीतिक दलों की बात करें, तो इसमें समाजवादी पार्टी ने और जन सुराज्य शक्ति ने दो-दो सीटें जीतीं हैं। जबकि राष्ट्रीय युवा स्वाभिमान पार्टी, राष्ट्रीय समाज पक्ष, एआईएमआईएम, सीपीआई (एम), पीडब्ल्यूपीआई, राजर्षि साहू विकास अघाड़ी को एक-एक सीटें मिली हैं। वहीं दो सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत हासिल की है।