आईआईटी मंडी
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आईआईटी मंडी ने पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड एमबीए (बीबीए एनालिटिक्स(ऑनर्स) और एमबीए डाटा साइंस और मशीन लर्निंग) कार्यक्रम शुरू किया है। यह कार्यक्रम शुरू शुरू करने वाला पहला आईआईटी बना है। स्कूल ऑफ मैनेजमेंट द्वारा पेश किया गया यह अग्रणी कार्यक्रम विद्यार्थियों को विश्लेषण, डेटा साइंस, गणित और सांख्यिकी में कौशल के साथ प्रबंधन की व्यापक समझ से लैस करने के लिए डिजाइन किया गया है। आईएमबीए कार्यक्रम अपने स्नातकों के समग्र विकास को सुनिश्चित करने के लिए मानविकी, संचार और भारतीय ज्ञान प्रणाली जैसे अन्य क्षेत्रों से प्रासंगिक पाठ्यक्रमों को भी एकीकृत करता है।
आईआईटी मंडी के निदेशक प्रो. लक्ष्मीधर बेहरा ने कहा कि एक प्रमुख प्रौद्योगिकी संस्थान के रूप में आईआईटी मंडी उद्योग की आवश्यकताओं का परिश्रमपूर्वक आकलन कर रहा है। प्रतिस्पर्धात्मक लाभ हासिल करने के लिए व्यावसायिक निर्णय लेने के लिए डेटा पर बढ़ती निर्भरता के साथ, संगठन डेटा विज्ञान और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्र से तकनीकी उपकरणों का तेजी से उपयोग कर रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप ऐसे व्यवसायिक उद्यमियों की मांग बढ़ गई है, जिनके पास व्यावसायिक वातावरण में इन तकनीकों का प्रभावी ढंग से उपयोग करने की गहन समझ और कौशल है।
उद्योग की इस मांग को पूरा करने के लिए डेटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में एमबीए कार्यक्रम 2022 में शुरू किया गया था। इस वर्ष पांच वर्षीय आईएमबीए कार्यक्रम को शुरू करके एक कदम आगे बढ़ाया है। आईआईटी मंडी के स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के अध्यक्ष प्रो. मनोज ठाकुर ने कहा कि यह कार्यक्रम स्कूली शिक्षा समाप्त करने के तुरंत बाद विद्यार्थियों को प्रबंधन करियर के लिए तैयार करने और पांच वर्षों के दौरान उनके समग्र विकास को बढ़ावा देने के लिए डिजाइन किया गया है।
इस कार्यक्रम के दौरान छात्र दो उद्योग इंटर्नशिप करेंगे, जिनमें से एक छह महीने की अवधि का होगा, जिससे व्यापार जगत में पर्याप्त अनुभव सुनिश्चित होगा। यह कार्यक्रम युवाओं को 12वीं कक्षा के तुरंत बाद प्रबंधन कार्यक्रम अपनाने का अवसर प्रदान करता है।