शिमला के स्नान के समीप जंगल में लगी आग
– फोटो : संवाद न्यूज एंजेसी
विस्तार
हिमाचल प्रदेश में पिछले 24 घंटे में जंगल की आग से दो लोगों की मौत हो गई। बिलासपुर के भराड़ी में आग बुझाते समय चपेट में आने से बुजुर्ग की मौत हो गई। उधर, हमीरपुर के दियोटसिद्ध में जंगल में लगी आग के धुएं में दम घुटने से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की मौत हो गई। उधर, सोलन जिले में जंगल की आग दुकानों, घरों और स्कूल तक पहुंचने से भारी नुकसान हुआ। जंगलों में भी आग से भारी क्षति हुई है। खबर है कि हिमाचल प्रदेश वन विभाग के लोग तारादेवी जंगल के इलाके में लगी आग पर काबू पाने की कोशिश देर रात तक करते रहे। जंगल की आग आबादी तक पहुंचकर भारी नुकसान कर रही है।
धर्मपुर में मैकेनिक की दुकान और व मकान जलकर राख हो गया। औद्योगिक क्षेत्र झाड़माजरी के साथ लगते हरियाणा क्षेत्र में दो कबाड़ के गोदामों में आग लग गई। शाहपुर गांव में कबाड़ के गोदाम में आग लग गई। अर्की क्षेत्र के चंडी स्कूल में शौचालय के पाइप जल गए। प्रदेश के जंगलों में आग लगने के सारे रिकॉर्ड टूट रहे हैं। पिछले चार में साल में यह पहला मौका है, जब जंगलों में आग के मामले एक हजार को पार कर गए हैं। वहीं, तारादेवी वन क्षेत्र में लगी आग पर काबू पाने के लिए वन विभाग के कर्मचारी रात को भी जुटे हुए हैं।
#WATCH | Shimla, Himachal Pradesh: Forest Department Staff works to control the forest fire that broke out in Taradevi forest area
Almost 1033 cases of forest fires have taken place so far in the state in the fire season which generally spans from 15 April to 30 June. pic.twitter.com/WGBaZdW0kh
— ANI (@ANI) May 29, 2024
प्रदेश में इस वित्तीय वर्ष में अब तक जंगलों में आग लगने के 1080 मामले सामने आए हैं। इसमें 10,354 हेक्टेयर भूमि पर वन संपदा राख हुई है। इस बार 2,195 हेक्टेयर क्षेत्र में पिछले दो वर्षों में हुआ पौधरोपण भी खाक हो गया है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में 681 आग की घटनाएं दर्ज हुई थीं। साल 2022-23 में 860 घटनाएं और कोरोना महामारी से प्रभावित साल 2021-22 में मात्र 33 घटनाएं दर्ज की गई थीं। मंगलवार शाम से बुधवार शाम तक कुल 93 घटनाएं विभिन्न वन सर्किलों में दर्ज की गई हैं, जिसमें 881 हेक्टेयर भूमि पर वन संपदा राख हुई है।
धर्मशाला सर्किल में सबसे अधिक 34 घटनाएं, मंडी में 16, शिमला में 18, बिलासपुर में चार, चंबा में छह, हमीरपुर में तीन, नाहन में सात और सोलन में पांच घटनाएं दर्ज की गई हैं। धर्मशाला सर्किल में 124.95 हेक्टेयर भूमि पर वन संपदा राख हुई है। नाहन में 124.95 हेक्टेयर, मंडी में 106.25 हेक्टेयर, शिमला में 381.2 हेक्टेयर, सोलन में 62 हेक्टेयर, हमीरपुर में 28.5 हेक्टेयर, बिलासपुर में 15 हेक्टेयर भूमि पर वन संपदा राख हुई है।
धर्मपुर में करोड़ों रुपये का नुकसान
जंगल की आग से धर्मपुर में सुबह 11:30 बजे मैकेनिक की दुकान और व मकान में आग लगने से तीन करोड़ का नुकसान हुआ है। दुकान में काम करवाने आई बाइक, स्कूटी और एक समेत अन्य सामान राख हुआ है। दूसरी घटना औद्योगिक क्षेत्र झाड़माजरी के साथ लगते हरियाणा क्षेत्र में दो कबाड़ के गोदामों में आग लग गई। आग लगने की सूचना के बाद हिमाचल के बद्दी व हरियाणा के कालका से दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची। इसमें टीम ने राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ लगते गोदाम में लगी आग पर काबू पा लिया। वहीं इसमें गोदाम समेत उसमें रखा सामान जलकर राख हो गया। हालांकि शाहपुर गांव में कबाड़ का गोदाम अभी भी धधक रहा है।
स्कूल तक पहुंची जंगल की आग
अर्की क्षेत्र के चंडी स्कूल में मंगलवार देररात जंगल की आग से नुकसान हुआ है। अर्की के चंडी क्षेत्र के जंगल में लगी आग मंगलवार रात को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चंडी तक पहुंच गई। इससे छात्रों के लिए बनाए गए शौचालय के पाइप जल गए।
साथ ही आयुष वाटिका में रखी पानी की टंकी व कुछ पुराना फर्नीचर भी जलकर राख हो गया। उधर, रामशहर-नंड मार्ग पर क्वारनी का जंगल बीते मंगलवार से जल रहा है। यह जंगल क्षेत्र की चार पंचायतों से जुड़ा है। आग को दमकल विभाग, वन विभाग व स्थानीय लोग बुझाने का प्रयास करते रहे।
शिमला में 14 जगह आग लगने की मिली सूचना
राजधानी के जंगलों में आग लगने का सिलसिला लगातार जारी है। शिमला के आसपास बुधवार को 14 जगह से आग लगने की सूचना मिली। इसमें अधिकतर जगह आग पर काबू पा लिया है। इसमें लाखों का नुकसान हुआ है। उधर, सिरमौर के सराहां में आग लगने से सैंकड़ों पेड़ पौधे और हरा चारा जलकर राख हो गया। देर शाम को लगी आग से करीब 50 बीघा क्षेत्र में नुकसान हआ। स्थानीय लोग, वन और दमकल कर्मी रात भर आग बुझाने में लगे रहे।
बिलासपुर में दो कारें जलीं
जंगल की आग शक्तिपीठ श्री नयनादेवी जी नगर में भी पहुंच गई। आग से होटल के बाहर खड़ी दो कारें जल गईं। फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने रज्जू मार्ग और गैस सिलिंडर स्टोर तक आग को पहुंचने से रोका।