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हिमाचल प्रदेश के किसान-बागवानों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए प्रदेश सरकार एसी रेल कंटेनर से सेब और सब्जी सहित अन्य उत्पाद दूरदराज के राज्यों की मंडियों तक पहुंचाने की व्यवस्था करने जा रही है। कृषि मंत्री प्रो. चंद्र कुमार ने कृषि विपणन बोर्ड को उत्तर रेलवे के अधिकारियों से संपर्क कर इसे लेकर संभावना तलाशने के निर्देश दिए हैं।
हिमाचल की मंडियों को राष्ट्रीय स्तर पर लिंक करने की भी योजना है, जिससे प्रदेश के किसान-बागवानों को उपज के बेहतर दाम मिल सकें। हिमाचल के कृषि उत्पाद मद्रास, मुंबई और कोलकाता तक ट्रकों में जहां 4 से 6 दिन में पहुंचते हैं, वहीं एसी ट्रेन कंटेनर में इससे आधे से भी कम समय में पहुंच जाएंगे। ट्रकों में गर्मी, खराब सड़कों और लोडिंग अनलोडिंग के कारण फसलों की गुणवत्ता खराब होने की समस्या भी हल हो जाएगी। एसी कंटेनरों में कृषि उत्पाद बिल्कुल ताजे रहेंगे जिससे उत्पादकों को बढि़या दाम मिलेंगे।
किसानों के उत्पाद दूरदराज के राज्यों की मंडियों तक कम समय में सुरक्षित तरीके से पहुंच सकें। इसके लिए रेलवे के एसी कंटेनरों में उपज भेजने की व्यवस्था की जाएगी। कृषि उपज विपणन बोर्ड को इसे लेकर रेलवे प्रबंधन से बातचीत कर संभावना तलाशने के निर्देश दिए गए हैं- प्रो. चंद्र कुमार, कृषि मंत्री
हर मंडी में कोल्ड स्टोर, दाम गिरे तो स्टोर की सुविधा
प्रदेश सरकार हर मंडी में कोल्ड स्टोर की सुविधा उपलब्ध करवाने की योजना पर काम कर रही है। योजना के तहत ठियोग की पराला फल मंडी और रोहड़ू में कोल्ड स्टोर तैयार कर दिए गए हैं। मंडियों में उपज के दाम गिरने पर किसान अपने उत्पाद कोल्ड स्टोर में रख सकेंगे और दामों में सुधार के बाद फसल मंडियों में बेच सकेंगे।