sunil jakhar
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हरियाणा में विधानसभा चुनाव का शोर है। इस दौरान भाजपा के लिए पंजाब में संगठन के भीतर जारी उठापटक समस्या बनी हुई है। पार्टी की पंजाब इकाई के प्रमुख सुनील जाखड़ की नाराजगी बनी हुई है।
उन्होंने हरियाणा विधानसभा चुनाव से भी दूरी बना रखी है, जहां पर भाजपा की तरफ से पूरी ताकत झोंकी जा रही है। जाखड़ संगठन के स्थान पर सरकार या राज्यसभा में प्रतिनिधित्व चाहते थे, लेकिन अचानक रवनीत बिट्टू की ताजपोशी कर दी गई। इतना ही नहीं, जाखड़ को न राज्यसभा सीट मिली और न ही पार्टी चलाने के लिए फ्री हैंड दिया गया है।
10 जुलाई से पार्टी गतिविधियों से अनुपस्थित
सुनील जाखड़ 10 जुलाई से पार्टी की संगठनात्मक गतिविधियों से अनुपस्थित रहे हैं। पिछले सप्ताह उन्होंने पार्टी की सदस्यता अभियान की बैठक में भी हिस्सा नहीं लिया था। अब पंजाब प्रभारी विजय रूपाणी की अध्यक्षता में पंचायत चुनावों को लेकर रखी गई प्रदेशस्तरीय बैठक से भी जाखड़ ने दूरी बनाकर रखी है।
जाखड़ को जुलाई 2023 में पंजाब भाजपा प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्होंने भाजपा विधायक अश्विनी शर्मा की जगह राज्य इकाई के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला था। पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के तीन महीने बाद मई 2022 में वह भाजपा में शामिल हो गए थे।