कुमारी सैलजा (फाइल)
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कांग्रेस महासचिव कुमारी सैलजा ने हरियाणा में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन की संभावना से साफ इन्कार करते हुए कहा कि पार्टी अपने दम पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी और पूर्ण बहुमत की सरकार भी बनाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आमतौर पर जहां विपक्ष में होती है, वहां मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं करती। यही वजह है, पार्टी हरियाणा में भी किसी को सीएम का चेहरा नहीं बनाने जा रही है।
कुमारी सैलजा ने यह दावा भी किया कि चुनाव में कांग्रेस को इंडियन नेशनल लोक दल (इनेलो) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के गठबंधन के अलावा जननायक जनता पार्टी (जजपा) से कोई खतरा नहीं है। जजपा अपनी जमीन खो चुकी है। वहीं, लोकसभा चुनाव में इनेलो का प्रदर्शन नगण्य था। बसपा भी अपना आधार खो चुकी है। नतीजे आएंगे तो पता चलेगा कि यह गठबंधन बेअसर है।
भाजपा के बारे में सैलजा ने कहा कि उसका पूरे हरियाणा में कोई खास आधार नहीं रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने के बाद उन्होंने किसी तरह से सरकार बनाई। उन्हें विधानसभा चुनाव में एक बार 46 सीटें मिलीं और दूसरी बार 40 सीट हासिल हुईं। पिछले 10 वर्षों में जमीनी स्तर पर भाजपा का कोई काम नहीं दिखा। उनके राजनीतिक नेतृत्व और जनता के बीच जुड़ाव नहीं रहा।
आप विपक्षी गठबंधन का हिस्सा लेकिन चुनाव साथ नहीं लड़ेंगे
इस चुनाव में आप के साथ गठबंधन की संभावना पर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, हम (इंडिया गठबंधन में) साथ हैं लेकिन तय किया गया था कि राज्य स्तर पर गठबंधन को लेकर अलग से तय किया जाएगा। पहले आम आदमी पार्टी ने कहा कि वह विधानसभा चुनाव में गठबंधन नहीं करेंगे। सैलजा ने कहा, उनका कहना था, मेरा मानना है कि कांग्रेस खुद में मजबूत है और उसे अपने दम पर चुनाव लड़ना चाहिए। गौरतलब है कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी आप के साथ गठबंधन की संभावनाओं को सिरे से खारिज कर चुके हैं।