एंटनी ब्लिंकन से मिलते एस जयशंकर
– फोटो : एएनआई
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भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर दो दिवसीय दौरे पर जापान पहुंचे हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर जापान में क्वाड के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेंगे। जयशंकर के रविवार को जापान पहुंचने पर जापान में भारत के राजदूत सिबी जॉर्ज ने उनका स्वागत किया। जापान में स्थित भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा किया, जिसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ भारतीय राजदूत सिबी जॉर्ज दिखाई दे रहे हैं।
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दुनिया को अब महात्मा गांधी के संदेश की बेहद जरूरत
अपने दो दिवसीय दौरे के पहले दिन विदेश मंत्री ने जापान के एडोगावा में महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि ‘ऐसे समय में जब पूरी दुनिया में संघर्ष बढ़ रहे हैं, काफी तनाव है और ध्रुवीकरण हो रहा है, खून-खराबा हो रहा है। ऐसे में ये बेहद अहम है कि हमें महात्मा गांधी के उस संदेश को याद करना चाहिए कि युद्ध के मैदान से शांति नहीं आ सकती और ये युग भी युद्ध का नहीं है। यह संदेश आज भी उतना ही प्रभावी है, जितना यह 80 साल पहले था।’
ब्लिंकन से मिले जयशंकर
विदेश मंत्री ने जापान दौरे पर अमेरिका के विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की। मुलाकात के बाद विदेश मंत्री ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि ‘हमारा द्विपक्षीय एजेंडा लगातार आगे बढ़ रहा है। हमारी मुलाकात में क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विस्तृत बातचीत हुई। कल होने वाली क्वाड बैठक में शामिल होने के लिए उत्सुक हूं।’ नवंबर 2017 में, भारत, जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया हिंद प्रशांत में महत्वपूर्ण समुद्री मार्गों को किसी भी प्रभाव से मुक्त रखने के लिए क्वाड की स्थापना की थी। दक्षिण चीन सागर प्रशांत और हिंद महासागर के बीच जंक्शन पर स्थित है। चीन, दक्षिण चीन सागर के अधिकांश हिस्से पर अपना दावा करता है, जबकि फिलीपींस, वियतनाम, मलेशिया, ब्रुनेई और ताइवान ने समुद्री क्षेत्र पर जवाबी दावे किए हैं।
क्वाड के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेंगे जयशंकर
विदेश मंत्री एस जयशंकर 28-30 जुलाई तक जापान के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वह ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका के विदेश मंत्रियों के साथ क्वाड बैठक में हिस्सा लेंगे। इस साल के अंत में भारत में क्वाड नेताओं की बैठक होनी है। ऐसे में विदेश मंत्री स्तर की बैठक में क्वाड नेताओं की बैठक की रूपरेखा तैयार की जा सकती है। क्वाड के विदेश मंत्रियों की बैठक पहले इस साल जनवरी में होनी थी, लेकिन किन्हीं कारणों से यह बैठक टल गई थी।
विदेश मंत्री स्तर की बैठक में क्वाड समूह द्वारा की गईं पहल और वर्किंग ग्रुप के कामों की समीक्षा की जाएगी। इससे पहले क्वाड के चारों विदेश मंत्रियों की बीते सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा में मुलाकात हुई थी। वहीं बीती 12 जुलाई को भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल की अमेरिका के एनएसए जैक सुलिवन के साथ विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई थी।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बावजूद भारत रूस और पश्चिमी देशों के साथ अपने रिश्तों में संतुलन बनाकर चल रहा था, लेकिन बीते दिनों पीएम मोदी के रूस दौरे ने पश्चिमी देशों को नाराज कर दिया है। अमेरिका और यूक्रेन ने पीएम मोदी के रूस दौरे के समय पर सवाल उठाए। ऐसे में भारत के लिए अब फिर से दोनों तरफ संतुलन बनाने में काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।