
राजनाथ सिंह और अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन
– फोटो : एएनआई
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रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने मेक इन इंडिया मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए अमेरिकी रक्षा कंपनियों से भारत में रक्षा क्षेत्र के साथ मिलकर काम करने का निमंत्रण दिया। राजनाथ ने यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम (यूएसआईएसपीएफ) के गोलमेज सम्मेलन में अमेरिकी कंपनियों के दिग्गजों से बात की। राजनाथ ने सोशल मीडिया पोस्ट में इसकी जानकारी दी।
राजनाथ ने पोस्ट में लिखा, साथ मिलकर, भारतीय और अमेरिकी कंपनियां दुनिया के लिए सह-विकास और सह-उत्पादन करेंगी। साझेदारी और संयुक्त प्रयास दो ऐसे शब्द हैं जो अन्य देशों के साथ भारत की रक्षा उद्योग साझेदारी को अलग करते हैं। राजनाथ ने कहा, भारत सरकार की ओर से किए गए प्रगतिशील सुधारों ने कई विदेशी मूल उपकरण निर्माताओं (जिनमें अमेरिका के निर्माता भी शामिल हैं) को भारत में विनिर्माण इकाइयां स्थापित करने, संयुक्त उद्यम विकसित करने तथा भारत को अपना वैकल्पिक निर्यात आधार बनाने के लिए प्रोत्साहित किया है। भारत में जीई 414 एयरो-इंजन का नियोजित सह-उत्पादन भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर होगा।
बैठक में बोइंग, जीई, जनरल अटॉमिक्स, जनरल डायनैमिक्स लैंड सिस्टम, एल3 हैरिस, लॉकहीड मार्टिन, रॉल्स रॉयस और थायरमेहेन जैसी दिग्गज अमेरिकी रक्षा एवं प्रौद्योगिकी कंपनियों ने हिस्सा लिया। इनके अलावा आईडियाफोर्ज, टाटा संस और टीसेकंड जैसी कुछ भारतीय कंपनियों के प्रतिनिधि भी बैठक में मौजूद रहे।
बातचीत के दौरान, व्यापार जगत के नेताओं ने भारत के लिए अपनी चल रही परियोजनाओं और भविष्य की योजनाओं का संक्षेप में उल्लेख किया और बहुमूल्य प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत अमेरिकी निवेश और प्रौद्योगिकी सहयोग का स्वागत करता है।
अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन के साथ बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने आपूर्ति व्यवस्था की सुरक्षा (एसओएसए) के समापन पर प्रसन्नता व्यक्त की, जो दोनों देशों के रक्षा औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्रों को एक साथ काम करने के लिए प्रोत्साहित करता है और आपूर्ति श्रृंखला के लचीलेपन को बढ़ाता है।
इससे पहले, राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को वाशिंगटन डीसी के पेंटागन में अमेरिकी रक्षा सचिव ऑस्टिन के साथ द्विपक्षीय बैठक की। इस दौरान उन्होंने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग, औद्योगिक सहयोग, क्षेत्रीय सुरक्षा और अन्य अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर व्यापक चर्चा की।
बैठक के बाद, राजनाथ सिंह ने कहा, हम द्विपक्षीय संबंधों के अलावा कई वैश्विक मुद्दों पर मिलकर काम कर रहे हैं। हमारे बीच नियमित रूप से उच्च स्तरीय बातचीत होती रही है। इसमें जून में पीएम मोदी की अमेरिका की राजकीय यात्रा भी शामिल है, जहां उन्होंने अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित किया था।