अयोध्या में दीपोत्सव (फाइल फोटो)
– फोटो : amar ujala
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आठवें दीपोत्सव को सफल बनाने के लिए 30 हजार स्वयंसेवक 72 घंटे में राम की पैड़ी व भजन संध्या स्थल के 55 घाटों पर 28 लाख दीप बिछाएंगे। इस दीपोत्सव में 25 लाख दीप जलाकर विश्व कीर्तिमान बनाने की तैयारी है। कोरिया पार्क में दीपों को डंप किया जा रहा है। अब तक 20 लाख दीप पहुंच चुके हैं।
दीपोत्सव के नोडल अधिकारी प्रो संत शरण मिश्र ने बताया कि सभी स्वयंसेवक 28 अक्तूबर की सुबह राम की पैड़ी पहुंच जाएंगे। घाटों पर रामायणकालीन चित्र उकेरकर दीप बिछाना शुरू करेंगे। यह कार्य 29 अक्तूबर तक चलेगा, 30 अक्तूबर को मुख्य समारोह के दिन सुबह से दीपों में तेल डाला जाएगा और शाम को इसे जलाया जाएगा।
इस कार्य के लिए स्वयंसेवकों को प्रतिदिन आठ-आठ घंटे का कार्य करना होगा। इनकों घाट तक पहुंचाने, चाय-नाश्ता व भोजन का प्रबंध विवि प्रशासन की ओर से किया जाएगा। इसको जलाने में प्रयुक्त होने वाला तेल व बाती भी 29 अक्तूबर के पहले पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं। घाटों पर दीप बिछाए जाने के बाद इनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी विश्वविद्यालय व जिला प्रशासन मिलकर करेंगे। इसके लिए सुरक्षाकर्मियों के अलावा एनसीसी के जवानों की ड्यूटी लगाई जाएगी।
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ड्रेस कोड तय, टी-शर्ट व टोपी में दिखेंगे
सभी स्वयंसेवकों के लिए ड्रेस कोड निर्धारित कर दिया गया है। विवि प्रशासन के अनुसार सभी स्वयंसेवक सफेद रंग की टी-शर्ट पहनेंगे व टोपी लगाएंगे। जिस पर दीपोत्सव का लोगो अंकित होगा। यह टी-शर्ट पर्यटन विभाग उपलब्ध कराया। जबकि टोपी विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से दी जाएगी।
बिना आईकार्ड नहीं मिलेगा प्रवेश
मुख्य कार्यक्रम स्थल राम की पैड़ी पर 28 अक्तूबर से बिना कार्ड आम लोगों का प्रवेश बंद हो जाएगा। नोडल अधिकारी प्रो संत शरण मिश्र ने बताया कि सभी स्वयंसेवकों को अवध विवि प्रशासन की ओर से फोटोयुक्त कार्ड दिया जाएगा। जिस पर उनकी फोटो, कार्यक्षेत्र आदि अंकित होगा। उन्हें इसे गले में पहनना अनिवार्य होगा। इस कार्ड का प्रयोग दूसरे नहीं कर सकेंगे, ऐसा पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।