उन्होंने कहा कि उपचुनाव के लिए दौसा से हमारी पार्टी के कई दावेदार तैयार हैं, जिन्होंने टिकट की मांग की है और उसी के लिए हमारी ऑब्जर्वर टीम 19 अक्टूबर को दौसा पहुंचेगी, जहां टिकट चाहने वाले उम्मीदवारों से बात करके आलाकमान को नाम भेजे जाएंगे।
गौरतलब है कि विधानसभा उपचुनाव जीतने के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों ने ही अपनी पूरी ताकत लगा रखी है। क्योंकि यह सीट कांग्रेस उम्मीदवार मुरारीलाल मीणा के सांसद बनने के बाद खाली हुई है इसलिए कांग्रेस के सामने इस सीट को बचाने की चुनौती भी रहेगी। साथ ही भाजपा सत्ताधारी पार्टी होने के नाते दौसा विधानसभा उपचुनाव में इस सीट को जीतना चाहेगी, ऐसे में यहां के राजनीतिक समीकरणों में उलटफेर भी हो सकता है।
पत्रकारों से बात करते हुए सांसद मुरारीलाल मीणा ने दौसा सीट को जीतने की बात भी कही है उन्होंने कहा है कि बीजेपी का यहां क्या लेना-देना। बीजेपी ने लोगों को परेशान किया है, कोई काम नहीं किया। और तो और कांग्रेस की विकास योजनाओं पर रोक लगा दी।
उन्होंने भाजपा पर जाति विशेष को लेकर तबादले करने की बात करते हुए कहा कि बीते दिनों भाजपा ने एक लिस्ट जारी कर कई प्रधानाध्यापकों के तबादले किए थे, जिसमें एक जाति विशेष के लोगों को टारगेट बनाया गया था। ये अलग बात है कि बाद में सरकार को उस लिस्ट को बदलना पड़ा।