ओपी चौटाला
– फोटो : अमर उजाला
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हम तो छोटे साहब के ही रहे, मगर अब छोटे साहब ही हमें छोड़कर चले गए। टीवी पर चल रही उनकी मृत्यु से जुड़ी खबरों पर भरोसा भी नहीं कर पा रहा हूं। बचपन में मां-बाप को खोने से ज्यादा तकलीफ आज छोटे साहब की मृत्यु की है। मैं अपने दर्द को शब्दों में बयां नहीं कर सकता। यह कहना है चौटाला परिवार की चार पीढ़ियों से सेवा करते आ रहे 52 साल के रामू का।
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