भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) ने रेलवे विभाग के 2604 करोड़ 40 लाख के वित्तीय घाटे का अनुमान लगाया है। अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि ऋणों और जीएसटी की वसूली न होने, गैर-किराया राजस्व उत्पन्न करने के गलत फैसले, अयोग्य अनुदान के 33 मामलों में अध्ययन में भारतीय रेलवे को यह घाटा होगा।
सीएजी के मुताबिक रिपोर्ट में वो उदाहरण दिए गए हैं जो 2021-22 की अवधि के लिए परीक्षण ऑडिट में सामने आए लेकिन पिछली ऑडिट रिपोर्ट में पता नहीं किए जा सके थे।
कुल 33 में से एक मामले में सीएजी ने कहा कि रेल मंत्रालय को ब्याज में 834.72 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। विभाग को एक जमीन के विकास के लिए इरकॉन को दिए गए 3,200 करोड़ रुपये के ऋण पर तीसरे पक्ष को भुगतान करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
इसमें कहा गया है कि इरकॉन ने ब्याज सहित ऋण का भुगतान किया लेकिन भूमि पार्सल का कोई विकास नहीं किया गया।
अस्पतालों में मेडिकल, पैरा मेडिकल स्टाफ की कमी देखी गई: CAG
भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि भारतीय रेलवे में स्वास्थ्य सेवाओं के प्रबंधन का ऑडिट करते समय अस्पतालों में मेडिकल और पैरा मेडिकल स्टाफ की कमी देखी गई।
सीएजी ने अपनी हालिया रिपोर्ट में कहा, “आईपीएचएस (भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य मानक) मानदंडों के संदर्भ में मशीनों, उपकरणों की उपलब्धता में भी कमी पाई गई। यहां तक कि नैदानिक स्थापना (पंजीकरण और विनियमन) अधिनियम 2010 के अनुसार चिकित्सा उपकरणों की न्यूनतम आवश्यकता भी पूरी नहीं की जा रही थी।
रेल यात्रियों के लिए खुशखबरी
रेल यात्रियों के लिए खुशखबरी है। अब यात्रियों को श्रावणी त्यौहार पर गोंदिया से भागलपुर के मध्य एक फेरे के लिए स्पेशल ट्रेन की सुविधा शुरू हो गई है। सावन मास में श्रद्धालुओं की भीड़ की वजह से यात्रियों की सुविधाओं को देखते हुए रेलवे ने यह फैसला लिया गया है। बता दें कि 08893/08894 गोंदिया – भागलपुर – गोंदिया श्रावणी त्यौहार स्पेशल गोंदिया से नौ अगस्त को और विपरीत दिशा में भागलपुर से 10 अगस्त से शुरू हो गई है।