
Blind IAS officer
– फोटो : अमर उजाला
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जालंधर में सहायक कमिश्नर तैनात होने वाले नेत्रहीन आईएएस अंकुर का तबादला 24 घंटे के भीतर निगम से पुडा में कर दिया गया है। बुधवार सुबह उन्होंने नगर निगम में जॉइन किया ही था कि कुछ देर बार उनका तबादला बतौर सीए पुडा कर दिया गया।
अंकुर देख नहीं सकते। वे जब स्कूल में थे, तब उनकी आंखों की रोशनी बचपन में धीरे-धीरे खोने लगी थी और आखिरकार एक वक्त ऐसा आया कि उन्हें दिखना बंद हो गया।
इन हालातों में भी उन्होंने धैर्य नहीं खोया, वे परिस्थतियों से लड़ते रहे। इसका नतीजा है कि आज उन्होंने देश की सबसे प्रतिष्ठित और मुश्किल सिविल सर्विस की परीक्षा पास कर ली। अंकुर ने साल 2017 में सिविल सेवा की परीक्षा में 414 रैंक हासिल की है।
जिंदगी में हार न मानने वाले कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो पहले ही प्रयास में और बेहद कम उम्र में यह उपलब्धि हासिल कर लेते हैं। इन्हीं होनहारों में से एक हैं अंकुरजीत सिंह, जिसने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाकर एक मिसाल पेश की है।