अगर आपने सुनील गुप्ता की लिखी किताब ‘ब्लैक वारंट’ पढ़ी है तो आपको पता ही होगा कि इस किताब में कितनी सनसनीखेज बातें लिखी हैं। सहारा परिवार के मुखिया सुब्रत राय सहारा को मिलने वाली फाइव स्टार सुविधाओं से लेकर आतंकवादियों को फांसी के आसपास की सरगर्मियों से सराबोर इस किताब पर निर्देशक विक्रमादित्य मोटवानी ने इसी नाम से एक सीरीज बनाई है। ये सीरीज बहुत जल्द नेटफ्लिक्स पर प्रसारित होने वाली है।
मुंबई की बंद पड़ी गोल्डन टोबैको फैक्ट्री परिसर में शूट हुई वेब सीरीज ‘ब्लैक वारंट’ में जेलर सुनील गुप्ता का किरदार अभिनेता कुणाल कपूर के बेटे जहान कपूर ने किया है। जहान कपूर के अलावा फिल्म में कई अन्य मुख्य कलाकार भी हैं और दिलचस्प बात ये है कि इस सीरीज की निर्माता कंपनी भी विक्रमादित्य की प्रोडक्शन कंपनी आंदोलन फिल्म्स भी है। इस सीरीज पर पैसा आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी अप्लॉज एंटरटेनमेंट ने लगाया है।
अप्लॉज की पहचान हालांकि अभी तक विदेशी सीरीज की हिंदी रीमेक बनाने वाली कंपनी की ही रही है, लेकिन देसी दर्शक अब ऐसी सीरीज देखने में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। इसका सबूत कंपनी की हालिया रिलीज सीरीज ‘तनाव’ के दूसरे सीजन में देखने को मिला है जो दुनिया भर में चर्चित रही सीरीज ‘फौदा’ की रीमेक है। देश में सैटेलाइट चैनलों के पुरोधा माने जाने वाले समीर नायर अप्लॉज एंटरटेनमेंट के भी मुखिया हैं और रीमेक की बजाय उन्होंने ही अब ओरिजिनल कहानियों पर जोर देने का फैसला किया है।
साल 2000 में विक्रमादित्य मोटवानी ने सत्य घटनाओं पर आधारित किताब ‘ब्लैक वारंट’ पर वेब सीरीज बनाने का फैसला किया था। इस मिशन में उनका साथ दे रहे हैं पत्रकार जोसी जोसेफ, जिनकी कंपनी कॉनफ्लुएंस मीडिया ने आंदोलन फिल्म्स के साथ मिलकर इस किताब पर सीरीज बनाने के अधिकार खरीदे। बीते साल जुलाई में आंदोलन फिल्म्स और आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी अप्लॉज एंटरटेनमेंट के बीच इस सीरीज को बनाने का करार हुआ। वेब सीरीज ‘ब्लैक वारंट’ रोली बुक्स द्वारा प्रकाशित इसी नाम की पुस्तक पर बन रही है, जिसे इंडियन एक्सप्रेस की पत्रकार रहीं सुनेत्रा चौधरी ने तिहाड़ के जेलर और बाद में प्रवक्ता बने सुनील गुप्ता के साथ मिलकर लिखा है। इस किताब में अदालत से दोषी करार दिए गए कुछ अपराधियों को फांसी देने का इतना विस्तृत विवरण है कि इसे पढ़ते समय ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं। इसके अलावा तिहाड़ जेल में वक्त बिताते समय सहारा समूह के मुखिया सुब्रत राय को मिली सुविधाओं का भी किताब में विस्तार से वर्णन किया गया है।
जहान कपूर इस सीरीज में किताब ‘ब्लैक वारंट’ के सह लेखक और तिहाड़ के जेलर रहे सुनील गुप्ता का किरदार निभा रहे हैं। उनके साथ कलाकारो की लंबी चौड़ी फौज है। सीरीज की शूटिंग भोपाल के अलावा यहां मुंबई की एक सिगरेट फैक्ट्री के बंद पड़े गोदामों में हो चुकी है। ओटीटी पर बीते साल ‘जुबली’ नामक सीरीज बनाकर फिर से चर्चा में आए विक्रमादित्य मोटवानी ही नेटफ्लिक्स के अमेरिका दफ्तर से इसकी भारत में बनी पहली सीरीज ‘सैक्रेड गेम्स’ की मंजूरी लेकर आए थे। नेटफ्लिक्स पर उनकी इस साल रिलीज हुई फिल्म ‘कंट्रोल’ को हालांकि दर्शकों ने सिरे से नकार दिया।